राष्ट्रीय टीम के कप्तान क्विंटन डिकॉक सहित दक्षिण अफ्रीका के क्रिकेटरों ने देश के क्रिकेट बोर्ड से अपनी समस्याओं को सुलझाने और खेल को बचाने को कहा है जिसकी वित्तीय व्यावहारिकता खतरे में है। ईएसपीएन क्रिकइंफो के अनुसार दक्षिण अफ्रीका क्रिकेटर्स संघ (एसएसीए) ने मंगलवार को जो बयान भेजा है उसमें 30 पुरुष और महिला क्रिकेटरों के हस्ताक्षर हैं।
क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका (सीएसए) को जिन मुख्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है उनमें पूर्व खिलाड़ियों द्वारा लगाए रंग के आधर पर भेदभाव और बोर्ड में भ्रष्टाचार के आरोप हैं।
यह भी पढ़ें- कोहली, धोनी और रोहित के अलावा विदेशी कप्तानों से भी केएल राहुल ने सीखे कप्तानी के गुर
बयान के अनुसार, ‘‘निलंबन, बर्खास्तगी, इस्तीफे, फोरेंसिक ऑडिट, गोपनीय बातों का लीक होना, मुकदमेबाजी और वित्तीय कुप्रबंधन क्रिकेट की सुर्खियां बन रहे हैं।’’
इसमें कहा गया, ‘‘यह उस समय हो रहा है जब हमें बदलाव की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है और हम ऐसे माहौल में हैं जहां खेल की वित्तीय व्यावहारिकता खतरे में है।’’
यह भी पढ़ें- सुरेश रैना की आईपीएल में वापसी पर बोले एन श्रीनिवासन, दे दिया ये बयान
हाल के समय में कई पूर्व शीर्ष खिलाड़ियों ने नस्लवाद के आरोप लगाए हैं जिसमें मखाया एनटिनी भी शामिल हैं। बयान में कहा गया, ‘‘राजनीति और निजी स्वार्थ क्रिकेट मामलों और सुशासन पर हावी हो रहे हैं।
ऐसे फैसले किए जाने चाहिए तो क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ हित में हों। ऐसा नहीं होने की स्थिति में जिस खेल को हम प्यार करते हैं उसे देश में अपूर्णीय क्षति पहुंच सकती है।’’