रविवार को भारतीय कोच रवि शास्त्री ने रविंद्र जडेजा को लेकर कहा था कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जब आए थे तो वह 70 से 80 प्रतिशत ही फिट थे। लेकिन अब रवि शास्त्री के बयान से उलट सौराष्ट्र क्रिकेट टीम के कोच ने कहा है कि जडेजा उनके साथ जब रणजी मैच खेल रहे थे तब वह पूरी तरह फिट थे। इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में सौराष्ट्र के कोच सीतांशु कोटक ने शास्त्री के दावे को नकारते हुए कहा है कि रणजी ट्रॉफी सीजन के दौरान सौराष्ट्र के लिए खेलते हुए भारतीय ऑलराउंडर "पूरी तरह से फिट" थे। उन्होंने कहा, 'जब वह (जडेजा) सौराष्ट्र के लिए खेल रहे थे, तब कोई फिटनेस इश्यू नहीं था। न ही कोई जकड़न थी जिसके बारे में आप बात कर रहे हैं। अगर कोई जकड़न या कोई चोट होती तो वह रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलता, या कम से कम उसने हमें इस बारे में बताया जरूर होता।”
कोटक ने आगे बताया कि रेलवे के खिलाफ सौराष्ट्र के लिए प्रैक्टिस मैच के दौरान जडेजा कैसे थे। उन्होंने कहा, “जब वह टीम में शामिल हुए तो हमारे रणजी ट्रॉफी मैच से पहले दो दिन का नेट सत्र था। इस दौरान उन्होंने बल्लेबाजी की और फील्डिंग प्रैक्टिस में भी भाग लिया। वह मैदान में चार दिनों तक डटा रहा। उसका प्रदर्शन देख सकते हैं। दो पारियों में उसने गेंदबाजी की। उसने हमारे लिए अच्छी बल्लेबाजी की और शतक भी जड़ा।”
बता दें कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने रविवार को स्पष्ट किया था कि आलराउंडर रविंद्र जडेजा वर्तमान टेस्ट सीरीज के लिये फिट थे और कंधे की उनकी चोट आस्ट्रेलिया पहुंचने के बाद उभरी। जडेजा को पर्थ टेस्ट के लिये 13 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया था लेकिन वह नहीं खेले और बीसीसीआई के अनुसार नेट सत्र के दौरान गेंदबाजी करते समय में वह अपना शत प्रतिशत नहीं दे पा रहे थे। इससे पहले मुख्य कोच रवि शास्त्री ने खुलासा किया था कि जडेजा के कंधे की चोट ठीक होने में उम्मीद से अधिक समय लग गया है। इससे टीम के चोट प्रबंधन पर भी सवालिया निशान लग गया क्योंकि आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी चोट के कारण पर्थ टेस्ट मैच में नहीं खेले थे।
इससे पहले भारतीय कोच रवि शास्त्री ने रविवार को खुलासा किया कि सीनियर स्पिनर रविंद्र जडेजा के कंधे में उस समय से जकड़न थी जब वह रणजी ट्रॉफी खेल रहे थे और आस्ट्रेलिया पहुंचने के चार दिन बाद उन्हें इंजेक्शन दिए गए थे। जडेजा की फिटनेस का मुद्दा हैरान करने वाला है क्योंकि पर्थ में दूसरे टेस्ट की 13 सदस्यीय टीम में उन्हें शामिल किया गया था। आस्ट्रेलिया की दोनों पारियों में वह अधिकांश समय क्षेत्ररक्षण करते हुए भी दिखे जिससे भारतीय टीम के चोट प्रबंधन कार्यक्रम पर सवाल उठ रहे हैं।
शास्त्री ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘‘जडेजा के साथ समस्या यह थी कि कंधे में जकड़ने के कारण आस्ट्रेलिया आने के चार दिन बाद उन्होंने इंजेक्शन लिया था।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसका असर होने में कुछ समय लगा। जब वह भारत में था तब भी उसके कंधे में जकड़न थी लेकिन इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट खेला। यहां आस्ट्रेलिया आने के बाद उसने एक बार फिर यही परेशानी महसूस की और उसे इंजेक्शन दिया गया।’’
(with input from PTI)