रणजी ट्रॉफी में मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच खेला गया मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ। इस मैच का भले ही कोई नतीजा नहीं निकल सका हो लेकिन मुंबई के युवा बल्लेबाज सरफराज खान ने तिहरा शतक जड़ फर्स्ट क्लास क्रिकेट के कई बड़े रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए।
सरफराज खान ने दूसरी पारी में 391 गेंदों में 301 रन की नाबाद पारी खेली और भारत के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के अंदाज में छ्क्के से अपना तिहरा शतक पूरा किया। सरफराज मुंबई की ओर से तिहरा शतक लगाने वाले 7वें बल्लेबाज हैं। यही नहीं, 10 साल बाद मुंबई के किसी बल्लेबाज ने तिहरा शतक जड़ा है। इससे पहले रोहित शर्मा ने साल 2009 में 309 रन की पारी खेली थी।
वानखेड़े में खेले गए इस मैच में सरफराज ने 301 रन की पारी में 30 चौके और 8 छक्के जड़े और इस दौरान उनका स्ट्राईक रेट 76.98 का रहा। सरफराज के फर्स्ट क्लास करियर का ये पहला तिहरा शतक है। सरफराज ने छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तिहरा शतक लगाया और फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ऐसा करने वाले वह तीसरे बल्लेबाज बन गए। वहीं, रणजी ट्रॉफी के इतिहास में करूण नायर के बाद ये कारनामा करने वाले वह दूसरे खिलाड़ी हैं। नायर ने कर्नाटक की ओर से छठे नंबर पर खेलते हुए तिहरा शतक बनाया था।
दिलचस्प बात ये है कि सरफराज कभी रणजी में उत्तर प्रदेश की टीम की ओर से खेलते थे और आज उसी टीम के खिलाफ तिहरा शतक जड़ दिया। इतना ही नहीं, साल 2015 में सरफराज ने उत्तर प्रदेश की ओर से वानखेड़े में ही मुंबई के खिलाफ मैच खेला था। सरफराज ने दो सत्र पहले ही मुंबई की रणजी टीम का दामन थामा है।