भारत और पाकिस्तान के बीच जब भी कोई क्रिकेट मैच होता है तो उसका रोमांच अपने चरम पर होता है। क्रिकेट के इतिहास में भारत और पाकिस्तान के बीच कई ऐसे शानदार मैच खेले गए हैं जिनकी यादें दोनों ही देशों के फैंस के दिलों में ताजा है। इन्ही यादों में से एक है साल 1999 में चेन्नई में खेला गया टेस्ट मैच जिसमें पाकिस्तान ने मेजबान भारत पर रोमांचक जीत दर्ज की थी।
इस मैच में 271 रन का टारगेट चेज करते हुए भारत ने 82 पर अपने 5 विकेट गवा दिए थे। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने विकेटकीपर बल्लेबाज नयन मोंगिया के साथ मिलकर शानदार साझेदारी करते हुए भारत का स्कोर 200 के पार पहुंचाया। इस दौरान मोंगिया ने जहां अर्धशतक जड़ा तो सचिन ने शानदार शतक लगाया। इस प्रदर्शन की बदौलत भारत जीत की ओर अग्रसर नजर आ रहा था लेकिन सकलैन मुश्ताक की जादुई गेंदबाजी ने भारत की पूरी टीम को 258 रन पर ढेर कर दिया। इस तरह भारत ये टेस्ट मैच 12 रन से हार गया।
इस शानदार मैच को याज करते हुए सकलैन मुश्ताक ने स्पोर्ट्स्टार से लाइव इंस्टाग्राम चैट पर कहा कि उस दिन मेरा दिन था और ईश्वर भी मेरे साथ था। मुश्ताक ने कहा, "भगवान उस दिन मेरी साथ था। मैंने नहीं सोचा था कि मैं मास्टर ब्लास्टर (सचिन) को आउट कर दूंगा। लेकिन जब भगवान की यही योजना हो, तो आप उसे हरा नहीं सकते। मेरी आखिरी सांस तक यह मुझे बहुत गर्व का अहसास कराता रहेगा कि मैं उस दिन मैं उसे आउट सकता था। मेरा नाम हमेशा उसके नाम के साथ जुड़ा रहेगा।"
मुश्ताक ने आगे याद करते हुए कहा कि उन्हें उस मैच में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने मैदान पर प्रेरित किया था। पूर्व पाक स्पिन गेंदबाज ने कहा, " "उन्होंने (वसीम अकरम) मुझे बताया कि उन्हें मुझ पर पूरा भरोसा था और उनका मानना था कि मैं टीम के लिए कुछ जादुई कर सकता हूं। उन शब्दों ने मेरी मदद की और मुझे अचानक मजबूत महसूस हुआ।”
पाकिस्तान के पूर्व दाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज ने कहा कि वह उस मैच में तेंदुलकर को गेंदबाजी करने से डर रहे थे। मुश्ताक ने कहा, “मैंने कुछ बाउंड्री खा चुका था, लेकिन आखिरकार मैं उसे आउट करने में कामयाब रहा। सचिन की पैनी नजर थी और वह सब कुछ पढ़ सकता था। यह डराने वाला था। आप विश्वास नहीं करेंगे, लेकिन मैं उसे दूसरा गेंदबाजी करने से डर रहा था।"