भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा कमेंटेटर संजय मांजरेकर को रिपोर्ट्स के अनुसार बीसीसीआई ने अपने कमेंट्री पैनल से निकाल दिया है। इस चीज पर किसी का ध्यान इस वजह से नहीं गया क्योंकि भारत और साउथ अफ्रीका के बीच धर्मशाला में खेला गया पहला वनडे मैच बारिश की वजह से धुल गया था। पहले वनडे के दौरान संजय मांजरेकर मौजूद नहीं थे जबकि बाकी बीसीसीआई के कमेंटेटर सुनील गावस्कर, शिवरामकृष्णन और मुरली कार्तिक वहां मौजूद थे।
रिटायरमेंट के बाद मांजरेकर तीन वर्ल्डकप और सभी आईसीसी इवेंट की कमेंट्री टीम का हिस्सा रह चुके हैं। लेकिन बीसीसीआई के मैचों के लिए वह अच्छे नहीं रहे। अगर इस बात को समझा जाए तो बीसीसीआई मांजरेकर को आईपीएल कमेंट्री टीम से बाहर करने की भी प्लानिंग कर रही है। आईपीएल पहले 29 मार्च से शुरू होने वाला था, लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के चलते वह अब 15 अप्रैल तक टाल दिया गया है।
बहुत से लोग इस बात पर टिप्पणी करने के लिए तैयार नहीं थे कि मांजरेकर को क्यों छोड़ दिया गया था, लेकिन बीसीसीआई के एक सूत्र ने पुष्टि की कि 54 वर्षीय पूर्व मुंबई कप्तान को वास्तव में पैनल से बाहर रखा गया है। सूत्र ने कहा, "शायद वह आईपीएल पैनल से भी बाहर हो जाएंगे। इस समय यह हमारे दिमाग में नहीं है। लेकिन तथ्य यह है कि वे मांजरेकर के काम से खुश नहीं हैं।"
सूत्र यह नहीं बताएगा कि 'वे' कौन हैं, लेकिन यह संभावना नहीं है कि बीसीसीआई के पदाधिकारी अनजान होंगे। वैसे बीसीसीआई के अध्यक्ष सौरव गांगुली खुद भी कमेंटेटर हैं और वह आईसीसी पैनल का हिस्सा थे, जिसमें विश्व कप सहित कई आईसीसी इवेंट शामिल थे।
सूत्र ने साथ ही कहा "यह सच है कि मांजरेकर हाल के दिनों में काफी विवादों में फंसे हैं, जैसे कि जडेजा पर आलोचनात्मक टिप्पणी करना और साथी कमेंटेटर हर्शा भोगले के साथ पिंक बॉल पर ऑन एयर बहस करना।उन्होंने जडेजा को बिट्स एंड पीसीस बताया था, लेकिन जडेजा की लाजवाब परफॉर्मेंस के बाद उन्होंने अपनी गलती मान ली थी।"