भारत और बांग्लादेश के बीच खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच के दौरान इंग्लिश कमेंट्री में भारत के पूर्व खिलाड़ी संजय मांजरेकर हर्षा भोगले से भिड़ गए थे। इस तना-तनी के दौरान जब हर्षा ने पिंक बॉल की दिखाई देने (Visibility) ks बारे में कहा कि खिलाड़ियों से पूछना होगा कि वे क्या सोचते हैं। जवाब में मांजरेकर ने अपने क्रिकेट खेलने के अनुभव को गिनाते हुए कहा, 'तुम्हे पूछना होगा, हमें नहीं। हर्षा केवल आपको ही जानने की जरूरत है, जिसने क्रिकेट खेला है उसे नहीं।'
मांजरेकर के इस बयान पर विवाद हो गया और सोशल मीडिया पर उनकी किकिरी होने लगी, लेकिन अब मांजरेकर ने खुद आगे आकर इस मुद्दे पर सफाई दी है और खुद को 'अनप्रोफेशनल' बताया है।
ईएसपीएन के वीडियो कास्ट के दौरान मांजरेकर ने कहा 'उस दौरान मैं अपने ऊपर से नियंत्रण खो बैठा था और मैं अनप्रोफेशनल हो गया था। मुझे पछतावा है, यह मेरे लिए गलत था, जो वास्तव में मुझे परेशान करता है कि मैंने अपनी भावनाओं को मुझपर हावी होने दिया।'
इसके आगे उन्होंने कहा 'इसलिए अनप्रोफेशनल के होने के साथ-साथ यह एक हद तक अशोभनीय भी है। इस घटने के बाद मैंने प्रोड्युसर से माफी मांगी क्योंकि मैं गलत थी। जिन लोगों ने मेरी किताब पढ़ी है, वे जानते हैं कि मैंने वास्तव में प्रोडक्शन कंपनियों से अच्छी कमेंट्री की है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्होंने क्रिकेट खेला है या नहीं'