Samip Rajguru Blog : क्या ये तूफान से पहले खामोशी है? ...मुझे याद नहीं कि कभी टीम इंडिया ने बड़ी सीरीज़ से पहले प्रैक्टिस के लिए मैदान से दूरी बनाकर रखी। कप्तान कोहली को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आना था लेकिन उन्होंने भी मीडिया के कैमरों से दूरी बनाए रखी। शायद टीम अपना ध्यान पूरी तरह मैच पर ही रखना चाहती है। इधर मैच से पहले अफ्रीका कप्तान फॉफ ड्यूप्लेसी ने टीम इंडिया के खिलाफ जमकर माइड गेम खेला। सीरीज़ में टीम इंडिया को हिसाब बराबर करने की बात की। आपको याद होगा भारत में खेली गई पिछली फ्रीडम सीरीज़ में हमने अफ्रीका को 3-0 से हराया था। शायद ड्यूप्लेसी इस हार को अभी तक भूले नहीं है। (भारत बनाम दक्षिण अफ़्रीका टेस्ट सिरीज़ की स्पेशल कवरेज देखने के लिए क्लिक करें)
आज एक और खबर ने मुझे बेहद चौंकाया जब मुझे पता चला कि विकेट में तेज गेंदबाजों को रफ्तार और मुवमेंट देने के लिए साउथ अफ्रीका ने सेंचुरियन से पिच क्यूरेटर को बुलाया है। पिच पर घास छोड़ी गई है जिससे तेज गेंदबाजों को बाउंस के साथ-साथ स्विंग भी मिल सके।
भारतीय टीम ने आज प्लेइंग इलेवन पर अपने पत्ते नहीं खोले। शायद टीम पिच के मिजाज को पूरी तरह पढ़ना चाहती है। टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने साफ कर दिया है कि अगर पिच बॉलर फ्रेंडली रही तो टीम इंडिया 4 गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतर सकती है। मेरे मुताबिक तेज गेंदबाजी में ईशांत शर्मा, मोहमम्द शमी और भुवनेश्वर कुमार को जगह दी जा सकती है। जबकि स्पिन की कमान आर अश्विन के हाथों में रहेगी। अगर टीम 4 गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरती है तो रोहित शर्मा छठे नंबर बल्लेबाजी की कमान संभाल सकते है। जब टीम ने श्रीलंका के खिलाफ रोहित को घर पर उतारा था तो टीम मैनेजमेंट का संकेत साफ था कि विदेशी दौरे के लिए वो रोहित की तैयारियों को परख रही थी।
भारतीय कप्तान अगर टॉस जीतते है तो गेंदबाजों के लिए मुफीद विकेट पर पहले गेंदबाजी का फैसला कर सकते है। क्योंकि शुरुआती दो घंटे मैच के लिए बेहद अहम होने वाले हैं। अगर हमारे तेज गेंदबाज इन दो घंटे में अफ्रीका पर लगाम लगाने में सफल हो जाते तो सीरीज़ की तस्वीर और तकदीर दोनों बदल सकती है।