क्रिकेट के इतिहास में मौजूदा समय में अभी तीन फॉर्मेट को आईसीसी के द्वारा मान्यता प्राप्त है। शुरूआती दौर में लाल गेंद और सफेद पोशाक में सिर्फ टेस्ट क्रिकेट खेला जाता था। इसके बाद फिर वनडे क्रिकेट की शुरुआत हुई जिसमें गेंद का रंग बदलकर सफेद हो गया और कपड़े रंगीन होते चले गए।
वनडे क्रिकेट के शुरू होने से इस खेल में आमूलचूल बदलाव देखने को मिला। यह सिर्फ पोशाक के रंग और सफेद गेंद तक ही सिमित नहीं रहा बल्की खिलाड़ियों के खेलने के तरीके में भी बदलाव आ चुका था।
टेस्ट क्रिकेट से हटकर इस फॉर्मेट में लिमिटेड ओवर होता है जिसके कारण खिलाड़ी उसी दायरे में रहकर अपना जौहर दिखाते हैं। यही कारण है कि इस फॉर्मेट में बड़े से बड़े रिकॉर्ड को टूटने में समय नहीं लगता है। ऐसा ही एक रिकॉर्ड पाकिस्तान के पूर्व विस्फोटक बल्लेबाज शईद अनवर के नाम था जिसे 13 साल तक कोई नहीं तोड़ पाया था।
आज ही के दिन शईद अनवर ने साल 1997 में भारत के खिलाफ चेन्नई में इंडिपेनडेंस डे कप में रिकॉर्ड 194 रनों की पारी खेली थी। अनवर का यह रिकॉर्ड साल 2010 में भारत के महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने तोड़ा था। इतना ही नहीं सचिन के कारण ही अनवर इस मैच में अपना दोहरा शतक नहीं लगा पाए। अपने दोहरे शतक से 6 रन दूर अनवर, सचिन की गेंद पर सौरव गांगुली के हाथों कैच आउट हुए थे।
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अनवर भारत के खिलाफ अपनी इस पारी में कुल 22 चौके और 5 छक्के लगाए थे। अनवर की इस दमदार पारी के बदौलत ही पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुअ निर्धारित 50 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 327 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया।
पाकिस्तान के इस स्कोर के जवाब में भारतीय टीम 49.2 ओवर में 292 रन बनाकर ऑलआउट हो गई थी और इस तरह टीम को 35 रनों से हार का सामना करना पड़ा था।
वनडे क्रिकेट में अनवर का यह रिकॉर्ड एक दशक से भी अधिक समय तक बना रहा जिसे आखिरकार सचिन तेंदुलकर ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ तोड़ा था। हालांकि सचिन का यह रिकॉर्ड भी अधिक समय तक कायम नहीं रह सका था।
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भारत के ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक साल बाद ही वेस्टइंडीज के खिलाफ साल 2011 में 219 रनों की पारी खेलकर सचिन के इस रिकॉर्ड तोड़ दिया।
हालांकि साल 2013 में रोहित शर्मा के पास सहवाग के इस रिकॉर्ड को तोड़ने का अच्छा मौका था लेकिन वह 209 रन बनाकर आउट हो गए। रोहित शर्मा ने अपना पहला दोहरा शतक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता के ईडन गार्डन्स में लगाया था लेकिन रोहित ने साल 2014 में श्रीलंका के खिलाफ 264 रनों की पारी खेलकर वनडे में सबसे बड़े स्कोर के रिकॉर्ड को अपने नाम कर लिया।
रोहित यही नहीं रुके और साल 2017 में श्रीलंका के खिलाफ ही उन्होंने नाबाद 208 रन बनाकर वनडे में अपना तीसरा दोहरा शतक जड़ा था।