अपने जमाने में रणजी ट्राफी में सर्वाधिक विकेट लेने वाले स्पिनर राजिंदर गोयल का उम्र संबंधी बीमारियों के कारण रविवार को रोहतक में निधन हो गया। वह 77 वर्ष के थे। उनके निधन पर बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिन तेंदुलकर समेत कई क्रिकेटरों ने श्रद्धांजली दी है।
गांगुली ने कहा ‘‘हमने घरेलू क्रिकेट के दिग्गज को खो दिया। उनका रिकॉर्ड बताता है कि वे कितने शानदार गेंदबाज थे। वे 25 साल से ज्यादा क्रिकेट खेले। इससे पता चलता है कि खेल के लिए उनका समर्पण कितना ज्यादा था।’’
वहीं सचिन तेंदुलकर ने लिखा "राजिंदर गोयल जी के निधन के बारे में सुनकर दुख हुआ! वह रणजी ट्रॉफी में 600 से अधिक विकेट लेने वाले भारतीय घरेलू क्रिकेट के दिग्गज थे। उसकी आत्मा को शांति मिले और उनके निकट और प्रिय लोगों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना।"
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने ट्वीट करते हुए लिखा 'हमने राजिंदर गोयल जी में एक लेजेंड खो दिया है। उन्हें रणजी ट्रॉफी के इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज के रूप में जाना जाता है। उनके परिवार और प्रियजनों को सारी शक्ति की कामना।'
भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने ट्वीट करते हुए लिखा "शानदार गेंदबाज, जिसने सटीक लाइन लेंथ से हमेशा बल्लेबाजों को परेशान किया। दुख की इस घड़ी में उनके परिवार को सांत्वना।"
भारतीय टीम के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा "बेहत विनम्र इंसान, 750 फर्स्ट क्लास क्रिकेट लिए, लेकिन कभी भारत के लिए नहीं खेले। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।"
राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलने के बावजूद गोयल 1958-59 से 1984-85 तक घरेलू क्रिकेट में खेलते रहे। इन 26 सत्र में उन्होंने हरियाणा की तरफ से रणजी ट्राफी में 637 विकेट लिये जो राष्ट्रीय चैंपियनशिप में रिकार्ड है। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में कुल 157 मैच खेलकर 750 विकेट लिये। वह बेदी थे जिन्होंने उन्हें बीसीसीआई पुरस्कार समारोह में सीके नायुडु जीवनपर्यंत उपलब्धि सम्मान सौंपा था।
गोयल में लंबे स्पैल करने की अद्भुत क्षमता थी। जिस पिच से थोड़ी भी मदद मिल रही हो उस पर उन्हें खेलना नामुमकिन होता था। वह इतने लंबे समय तक खेलते रहे इसका अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि वह विजय मांजरेकर के खिलाफ भी खेले और उनके बेटे संजय के खिलाफ भी। उन्हें 1974-75 में वेस्टइंडीज के खिलाफ बेंगलुरू में टेस्ट मैच के लिये टीम में चुना गया था। वह 44 साल की उम्र तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलते रहे।