पिछले तीन दशकों से बलवीर चंद ने अपना अधिकांश जीवन सचिन तेंदुलकर के हमशक्ल के तौर पर जिया है, लेकिन कई अन्य लोगों की तरह COVID-19 महामारी ने उनके जीवन को भी काफी प्रभावित कर दिया है। एक समय था जब बलवीर चंद कई विज्ञापनों में तेंदुलकर के हमशक्ल के तौर पर टेलीविजन पर नियमित दिखाई देते थे, लेकिन कोरोना महामारी ने उनका जीवन अब पूरी तरह बदलकर रख दिया है।
दरअसल, बलवीर चंद कुछ महीनों पहले तक मुंबई में एक फास्ट फूड चेन के ब्रांड एंबेसडर के रूप में काम कर रहे थे, लेकिन कोरोना के चलते सरकार ने जैसे ही लॉकडाउन का ऐलान किया तो उनकी नौकरी चली गई। ऐसे में वह इस महीने की शुरुआत में पंजाब में अपने गांव लौट आए। बलवीर चंद की परेशानी यही खत्म नहीं हुई और गांव पहुंचने पर वह कोरोना पॉजिटिव हो गए।
बलवीर चंद ने बुधवार को हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में बताया, "लॉकडाउन की वजह से मेरी कंंपनी (फास्ट फूड चेन- गोली बड़ा पॉव) को काफी नुकसान झेलना पड़ा। इससे बहुत सारे कर्मचारियों को नौकरी से हाथ धोना पड़ा। मुझे भी जाने के लिए कहा गया। हालांकि उन्होंने कहा कि हालात सुधरने पर वे मुझे वापस नौकरी पर रख लेंगे।"
बलवीर चंद 10 जून को पंजाब के सहलोन गाँव पहुँचे जहां वो और उनका परिवार कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद सभी को अस्पताल के आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती कर दिया गया। हालांकि इस हफ्ते की शुरुआत में 50 वर्षीय बलवीर चंद को कहा गया कि वह आइसोलेशन वार्ड छोड़ सकते हैं।
गौरतलब है कि बलवीर चंद को राष्ट्रीय पहचान तब मिली थी जब सुनील गावस्कर ने उन्हें 1999 में भारत टेस्ट के दौरान कमेंट्री बॉक्स में आमंत्रित किया था। इसके बाद में गावस्कर उन्हें सचिन से मिलवाने के लिए ताज होटल लेकर गए।
बलवीर चंद ने एमआरएफ, तोशिबा, रेनॉल्ड्स और टीवीएस जैसे ब्रांडों के विज्ञापनों में सचिन तेंदुलकर के डुप्लीकेट की भूमिका निभाई जिसे काफी पसंद किया गया। तेंदुलकर का रोल निभाने के लिए उन्हें बॉलीवुड फिल्मों में भी भूमिकाएँ दी गईं।