महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर का मानना है कि शेफाली वर्मा जब क्रीज पर होती हैं तो उनकी प्रतिभा और शॉट खेलने की क्षमता दर्शकों को बांधकर रख सकती है। उन्होंने बुधवार को यहां इंग्लैंड के खिलाफ बहुप्रतीक्षित टेस्ट डेब्यू के लिए इस युवा स्टार को शुभकामनाएं दीं। अपने आक्रामक शॉट से महिला क्रिकेट में सुर्खियां बटोरने वाली 17 साल की शेफाली ने तेंदुलकर को 16 साल की उम्र में अनके डेब्यू की याद ताजा करा दी थी जब उन्होंने वसीम अकरम और वकार यूनिस जैसे तूफानी गेंदबाजों का सामना किया था।
तेंदुलकर ने मंगलवार को पीटीआई से कहा, ‘‘जब हम जंगलों में लगी आग से प्रभावित हुए लोगों की सहायता के लिए धनराशि जुटाने के इरादे से मैच खेलने के लिए ऑस्ट्रेलिया में थे तो उस समय मैं शेफाली से मिला था और हमने कुछ देर बात की थी। मैंने उसे कहा था ‘‘मुझे आपकी बल्लेबाजी और शॉट खेलते हुए खुद को जाहिर करने का तरीका पसंद है। मैंने उसे कड़ी मेहनत करते रहने को कहा।’’।
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तेंदुलकर को भरोसा है कि शेफाली को अगर बुधवार से इंग्लैंड के खिलाफ शुरू हो रहे एकमात्र टेस्ट में टेस्ट डेब्यू का मौका मिलता है तो वह अच्छा प्रदर्शन करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘17 साल की किसी भी अन्य खिलाड़ी की तरह, आप उसके अंदर उत्साह और ऊर्जा देख सकते हो। मुझे काफी खुशी है कि उसने प्रगति की और वह भारत के लिए अच्छा कर रही है। वह भारत की नहीं बल्कि विश्व क्रिकेट की अहम सदस्यों में से एक होगी क्योंकि उसमें बल्लेबाजी करते हुए लोगों का ध्यान खींचने और उन्हें जोड़े रखने का कौशल और क्षमता है। ’’
तेंदुलकर ने रक्तदान करके जीवन बचाने की भी अपील की। तेंदुलकर ने सोमवार को विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर रक्तदान किया था और उन्होंने लोगों से आगे आने और जान बचाने की अपील की।
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उन्होंने कहा, ‘‘हर जगह रक्त की कमी है। अपने परिवार में निजी अनुभव से मैं कह सकता हूं, मेरे परिवार के एक सदस्य की बड़ी सर्जरी हुई और काफी खून बह गया। जिस व्यक्ति ने रक्तदान किया, मुझे पता भी नहीं कि वह कौन था लेकिन मुझे पता है कि उसने ऐसा किया।’’
तेंदुलकर ने कहा, ‘‘कल विश्व रक्तदान दिवस के मौके पर मैंने और मेरी टीम ने भी रक्तदारन किया, हाल में खबरें आ रही थी कि रक्त की काफी कमी है। यही कारण है कि हम इस संदेश को फैलाना चाहते हैं कि रक्तदान करो, यह अच्छा कार्य है क्योंकि इससे कुछ जानें बच सकती हैं। मैंने अपने परिवार में यह महसूस किया है।’’