भारतीय क्रिकेट के दो बड़ी शख्सियत सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली के नाम वनडे क्रिकेट में कई रिकॉर्ड दर्ज हैं। दोनों खिलाड़ियों ने साथ मिलकर विपक्षी टीम के गेंदबाजों की कितनी धुलाई की है इसका अंदाजा हम उनके रिकॉर्ड देखकर लगा सकते हैं। इन दोनों खिलाड़ियों ने साथ मिलकर 8227 रन बनाए हैं और साथ ही 26 शतकीय साझेदारी भी की है, ये दोनों ही वर्ल्ड रिकॉर्ड हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं जब पारी की शुरुआत करने ये दोनों खिलाड़ी मैदान पर उतरते थे तो सचिन तेंदुलकर सौरव गांगुली को पहली गेंद खेलने के लिए जबरदस्ती करते थे?
जी हां, हाल ही में इसका खुलासा भारतीय पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने किया है। बीसीसीआई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो पोस्ट किया है जिसमें मयंक अग्रवाल गांगुली से पूछते हुए दिखाई दे रहे हैं कि क्या सचिन पाजी वनडे में पहली गेंद खेलने के लिए आपसे जबरदस्ती किया करते थे? यह मिथक है या सच बात है?
गांगुली ने इसका जवाब देते हुए कहा कि सचिन हमेशा ऐसा किया करता था।
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गांगुली ने कहा "वह हमेशा ऐसा करता था। उसके पास इसका जवाब होता था। मैं उससे कहता था कि कई बार तुम भी पहली गेंद का सामना करो हर बार मैं ही करता हूं। इसके लिए उसके पास दो जवाब हुआ करते थे।"
इन जवाबों के बारे में बताते हुए गांगुली ने कहा "पहला, उसका मानना था कि उसकी फॉर्म अच्छी चल रही है तो वो नॉन स्ट्राइकर एंड पर ही रहेगा और अगर उसकी फॉर्म खराब चल रही होती थी तो भी वह कहता था कि मैं नॉन स्ट्राइकर एंड पर ही रहता हूं ताकी मेरे पर प्रेशर कम हो सके। तो उसके पास अच्छी और बुरी फॉर्म दोनों के लिए जवाब तैयार होते थे।"
दादा ने इसी के साथ बताया कि वह कैसे सचिन को खुद पहली गेंद खेलने के लिए मजबूर किया करते थे। उन्होंने कहा "जब तक कि आप किसी दिन सचिन से पहले जाकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़े हो जाएं, वह पहले से ही टीवी पर होता है तो वह स्ट्राइक लेने को मजबूर हो जाता था। ऐसा एक दो बार ही हुआ है जब मैं सचिन से पहले नॉन स्ट्राइकर एंड पर खड़ा हो गया था।"