बांग्लादेश के कप्तान शाकिब-अल-हसन निदाहास फ़ाइनल हारने के बाद भले ऊपर से मुस्कुरा रहे हों लेकिन उनका दिल रो रहा है. मैच उनकी गिरफ़्त से रेत की तरह फिसल गया और वो देखते रह गए. इंडिया को अंतिम बॉल पर जीत के लिए 5 रन चाहिए थे और दिनेश कार्तिक ने छक्का लगाकर सनसनी फ़ैला दी.
आपको बता दें कि अंतिम ओवर सौम्य सरकार डाल रहे थे. शाकिब ने अंतिम बॉल के बारे में कहा कि उन्होंने सरकार से कहा था कि वह शांत रहे और आराम से बॉल करें. शाकिब का कहना है कि सरकार ने बॉल तो अच्छी की थी लेकिन कार्तिक सेर पर सवा सेर साबित हुए.
शाकिब ने कहा, "मैंने ऐसा कुछ ख़ास सैम्य से नहीं कहा था. "बॉलर से कुछ न कहना ही बेहतर होता है. मैंने बस इतना कहा कि आराम से बॉल करो. कबी-कभी आप जल्दबाज़ी में ग़लत लेंथ पर बॉल कर देते हैं. मुझे लगता है कि उसने तीन ओवर अच्छे किए बल्कि मैं किसी को ज़िम्मेवार ठहरा ही नहीं सकता; बस दो ओवर ख़राब रहे. मुझे टीम की बॉलिंग और फ़ील्डिंग पर गर्व है."
शाकिब ने 19वां ओवर रुबेल हुसैन से फिकवाया था और कार्तिक ने इस ओवर में दो छक्के और दो चौके लगाकर कुल 22 रन लिए और इंडिया की मैच में वापसी करवा दी. हैरानी की बात ये है कि रुबेल बांग्लादेश के भरोसेमंद बॉलर हैं और उनसे अंतिम ओवर कराने की बजाय शाकिब ने 19वां ओवर क्यों करवाया? इस पर साकिब का कहना है: "मुस्फ़िज़ुर रहमान ने 18वां ओवर शानदार किया. इसमें उसने सिर्फ एक लेग बाई दिया और एक विकेट लिया. उसके बाद इंडिया को 12 गेंदों पर 34 रन बनाने थे. रुबेल आज हमारे सबसे अच्छे बॉलर थे. उन्होंने पहले तीन ओवर बहुत अच्छे किए थे. मुझे उस पर यक़ीन था. मुझे लगा कि अगर वह ख़राब बॉलिंग भी करता है तो 15 रन दे देगा. अगर वो 15 रन दे भी देता तो भी अंतिम ओवर में इंडिया को 20 रन की ज़रुरत होती और सौम्य के लिए इसे डिफेंड करना मुश्किल नहीं होता. इसीलिए मैंने रुबेल को 19वां ओवर दिया."
शाकिब ने कहा कि दुनिया में कम ही बल्लेबाज़ कार्तिक की तरह बॉल को अच्छी तरह से टाइम कर पाते. मुझे नहीं पता कि कितने बल्लेबाज पहली बॉल पर सिक्स मारने के बाद फिर लगातार चौके लगा सकते हैं. पहली दो गेंदों पर दस रन देने के बाद रुबेल नर्वस हो गया था.