कोलकाता के दिग्गज उद्योगपति संजीव गोयनका के आरपी-एसजी समूह ने सोमवार को इंडियन प्रीमियर लीग की लखनऊ फ्रेंचाइजी 7090 करोड़ रुपये में खरीदी जबकि अंतरराष्ट्रीय इक्विटी निवेश फर्म सीवीसी कैपिटल ने अहमदाबाद फ्रेंचाइजी 5600 करोड़ रुपये की बोली लगाकर अपने नाम की।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) को 2022 से आईपीएल में हिस्सा लेने वाली दो नई टीमों से 10 हजार करोड़ रुपये के आसपास मिलने की उम्मीद थी लेकिन उसे 12,690 करोड़ रुपये की कमाई हुई। पीटीआई ने रविवार को अपनी खबर में कहा था कि गोयनका फ्रेंचाइजी खरीदने के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं। इससे पहले आईपीएल में दो साल 2016 और 2017 में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट्स का स्वामित्व उनके पास था।
दुबई में मौजूद बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने पीटीआई को नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, "हां, आरपीएसजी ने 7090 करोड़ रुपये की सर्वाधिक बोली लगाई जबकि सीवीसी ने 5600 करोड़ रुपये की दूसरी सबसे बड़ी बोली लगाई। बीसीसीआई को इस करार से लगभग एक अरब 70 करोड़ डॉलर की कमाई होगी।"
फ्रेंचाइजी को खरीदने की दौड़ में पिछड़ने वाली बड़ी कंपनियों में गौतम अडानी का अडानी समूह शामिल है जिसने लगभग पांच हजार करोड़ रुपये की बोली लगाई थी। मैनचेस्टर यूनाईटेड का स्वामित्व रखने वाले ग्लेजर और टोरेंट समूह की बोली भी शीर्ष दो बोली में शामिल नहीं रही। 22 कंपनियों ने 10 लाख रुपये का निविदा दस्तावेज खरीदा था लेकिन नई टीमों का आधार मूल्य दो हजार करोड़ रुपये होने के कारण सिर्फ पांच या छह गंभीर दावेदार ही दौड़ में थे।