बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौड़ ने मंगलवार को कहा कि न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 विश्व कप के ग्रुप मैच में इशान किशन को पारी का आगाज करने के लिए भेजने से पहले लंबे समय से सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभा रहे रोहित शर्मा को पूरी तरह से भरोसे में लिया गया था। पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में 10 विकेट की हार के बाद भारत को न्यूजीलैंड के खिलाफ भी आठ विकेट से शिकस्त झेलनी पड़ी जिससे उस पर ग्रुप चरण से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा है।
अफगानिस्तान के खिलाफ मैच की पूर्व संध्या पर राठौड़ ने कहा कि इशान को बल्लेबाजी क्रम में ऊपर भेजने का फैसला किया गया क्योंकि वे शीर्ष क्रम में बायें हाथ का बल्लेबाज चाहते थे।
राठौड़ से कहा, "चीजें इस तरह हुई कि पिछली रात को सूर्या (सूर्यकुमार यादव) की पीठ में जकड़न थी और वह खेलने के लिए पूरी तरह से फिट नहीं था। बेशक उसकी जगह इशान को लेनी थी और हमें पता है कि इशान ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अच्छा प्रदर्शन किया है और अतीत में भी उसने अच्छा प्रदर्शन किया है।"
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक यह सवाल है कि फैसला किसने किया, तो पूरे प्रबंधन ने बैठकर इस पर फैसला किया और बेशक रोहित स्वयं भी प्रबंधन का हिस्सा है। वह इस चर्चा का हिस्सा था।"
भारत के बल्लेबाजी कोच ने कहा, "बायें हाथ के बल्लेबाज से पारी का आगाज कराना रणनीतिक रूप से समझदारी भरा फैसला था, हम निचले मध्यक्रम में इशान, पंत, जडेजा के रूप में बायें हाथ के काफी बल्लेबाज नहीं चाहते थे।"
राठौड़ इस बात से भी सहमत नहीं हैं कि इस भारतीय टीम में बल्लेबाजों का बैकअप नहीं है। उन्होंने कहा, "मुझे ऐसा नहीं लगता। हमारे पास टीम में जडेजा भी है। सूर्या भी है, विराट है। हमारे पास पर्याप्त खिलाड़ी हैं जो अच्छी भूमिका निभा सकते हैं और उन्होंने अतीत में ऐसा किया है। हम इसे समस्या के रूप में नहीं देखते।"
राठौड़ ने कहा, "जब आप टी20 विश्व कप में खेल रहे हो तो आपके सामने सिर्फ 15 खिलाड़ियों को चुनने की सीमा है। मुझे लगता है कि हमारे पास पर्याप्त बल्लेबाज हैं और बस हम योजना पर अमल नहीं कर पाए।"
इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम अभी नेट रन रेट के बारे में नहीं सोच रही। उन्होंने कहा, "हमें पहले जीत दर्ज करने की जरूरत है, इसके बाद रन रेट का समीकरण आएगा। मुझे नहीं लगता कि यह मेरे निराश होने का मामला है।"
कोच ने कहा, "यह खिलाड़ियों के निराश होने का मामला है, इस सतह पर स्ट्राइक रोटेट करना मुश्किल है क्योंकि गति और उछाल असमान है। लेकिन अगर आप विश्व कप जीतना चाहते हो तो आपको रन बनाने के तरीके ढूंढने होंगे।"
यह पूछने पर कि क्या रविचंद्रन अश्विन और राहुल चाहर को खेलने का मौका मिल सकता है, राठौड़ ने कहा, "इस समय मैं किसी को भी दौड़ से बाहर नहीं कर सकता।"
वह साथ ही इस बात से भी सहमत नहीं हैं कि आईपीएल और टी20 विश्व कप के बीच बेहद कम अंतर होने का भी टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ा। राठौड़ ने कहा, "कोई भी तैयारी अच्छी तैयारी होती है, मुझे लगता है कि आईपीएल आपको अच्छा मंच मुहैया कराता है जहां आप दुनिया के शीर्ष क्रिकेटरों के खिलाफ प्रतिस्पर्धा कर सकते हो। निश्चित तौर पर यह अच्छा मंच है। मुझे आईपीएल के बाद विश्व कप में खेलने में कोई समस्या नजर नहीं आती। हमारे लिए मुद्दा योजना को अमलीजामा पहनाना है।"