वो कहते हैं ना जब कोई नन्हा मेहमान घर पर आता है तो आप अपने मन-मुताबिक नहीं बल्कि बच्चे के रोटिन के हिसाब से काम करना पड़ता है। ऐसा ही कुछ भारतीय क्रिकेट टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा के साथ हो रहा है। कभी देर रात में पाव भाजी खाने के शौकीन रोहित अब रात को घर से बाहर नहीं निकल पाते, वहीं लॉकडाउन के दौरान वह अपनी बेटी समायरा के साथ भी खूब समय बिता रहे हैं।
हाल ही में रोहित शर्मा ने भारतीय स्पिनर आर अश्विन से इंस्टाग्राम पर लाइव चैट की। इस दौरान उन्होंने बताया कि समायरा के आने के बाद उनकी जिंदगी में क्या-क्या बदलाव आए।
रोहित देर रात में पाव भाजी खाने वाली बात पर कहा "मैं चोपाटी के पास एक मशहूर जगह है जहां मैं कई बार गया था। वहां सबसे बेहतरीन पाव भाजी मिलती है। अब मेरे घर में एक नन्हा मेहमान है, तो उस समय वह सो रहा होता है तो देर रात में पाव भाजी खाना अब मुश्किल हो गया है।"
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समायरा के बारे में रोहित ने कहा "मैंने समायरा को रात में डकार दिलाने की जिम्मेदारी ली है। अब मैं उसको अपने पास लेटाने की जगह उसे लेकर घूमता रहता है। सबसे ज्यादा राहत तब मिलती है जब वह सोने से पहले डकार ले लेती है। मैं इस चीज में ज्यादा अच्छा नहीं हूं, बस यही एक चीज है जिसमें मैं थोड़ा पीछे रह गया हूं।
इसके आगे उन्होंने कहा "उसको कब सुलाना है मुझे इसके बारे में नहीं बता क्योंकि पिछले 1.5 साल से टूर के दौरान या तो वो जल्दी सो जाती थी या मैं। मुझे कभी अवसर नहीं मिला कि मैं उसे सुला सकूं। अब जब मैं घर पर हूं तो मैं दोपहर में उसे सुलाता हूं, लेकिन रात में अभी तक नहीं। उम्मीद करता हूं कि लॉकडाउन खत्म होने तक मैं उसे अच्छे से सुलाना सीख जाऊं।"
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रोहित शर्मा को 9 से 10 घंटे की नींद चाहिए होती है। इस पर उन्होंने कहा "यह सच है कि आईपीएल के दौरान कभी मैंने टेबल पर ब्रेकफास्ट नहीं किया, इसके पीछे मैच देरी से खत्म होने जैसे अलग कारण है। मुझे 9 से 10 घंटे की नींद चाहिए होती है। जब से समायरा पैदा हुई है तब से मैं उसके साथ ही सोता हूं। मैं कोशिश करता हूं कि उसी के साथ सोऊं और उसी के साथ उठूं क्योंकि एक बार वो जब उठ गई तो आप सो नहीं सकते।"