भारतीय टीम के बल्लेबाज लोकेश राहुल ने सीमित ओवरों की टीम के उप-कप्तान रोहित शर्मा की तारीफ की है और कहा है कि रोहित कई बार उनके साथ खड़े रहे हैं। राहुल ने टीम के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी निभाई है। उन्होंने पहले कहा था कि सलामी बल्लेबाजी उनकी ताकत है, लेकिन रोहित और शिखर धवन से वनडे में मिल रही लगातार प्रतिस्पर्धा के चलते उन्होंने अपने आप को फिनिशर के रोल में ढाल लिया। वह एक काबिल विकेटकीपर की भूमिका में भी दिखे हैं।
टी-20 में राहुल ने टीम में अपनी जगह पक्की कर ली है और जब हाल ही में रोहित ने यही बात कही तो राहुल को काफी खुशी मिली।
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राहुल ने इंडिया टुडे से कहा, "रोहित के शब्द(टी-20 में राहुल पहली पसंद हैं, और इसके बाद मेरे और धवन में से फैसला होगा) सुनकर अच्छा लगा। मैं उनकी बल्लेबाजी का बड़ा प्रशंसक रहा हूं। मैं उनके साथ कुछ वर्षों तक खेला हूं, लेकिन वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो टीम में, मैं कैसे कहूं, जैसे कुछ क्रिकेटर होते हैं जो सचिन तेंदुलकर की बल्लेबाजी देखकर हैरान हो जाते हैं। वह नहीं जानते की क्या कहें।"
उन्होंने कहा, "जब मैं रोहित के साथ मैदान के बाहर होता हूं तो मुझे विश्वास नहीं होता।"
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राहुल ने साथ ही बताया कि जब वह टीम से अंदर-बाहर हो रहे थे तब रोहित ने कैसे उनकी आत्मविश्वास हासिल करने में मदद की।
राहुल ने कहा, "लेकिन वो टीम में वो शख्स हैं जिन्होंने मुझे बताया कि उन्हें मुझ पर भरोसा है और एक सीनियर खिलाड़ी के तौर पर मैंने देखा है कि उन्होंने मेरा समर्थन किया है और मेरे साथ खड़े हुए हैं।"
उन्होंने कहा, "जब उनकी तरह का कोई सीनियर खिलाड़ी होता है जो जिम्मेदारी ले सके और वो टीम में मौजूद सीनियर खिलाड़ियों में से एक हो तो यह युवा खिलाड़ियों को आत्मविश्वास देता है।"