भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी तीसरे टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह ने अपनी कहर बरपाती गेंदबाजी का लाजवाब प्रदर्शन किया। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी में उन्होंने 6 विकेट लेकर रिकॉर्ड बना दिया। इन 6 विकेट में एक सफलता दिलाने में बुमराह की मदद टीम इंडिया के खिलाड़ी और मुंबई इंडियंस में कप्तान रोहित शर्मा ने की। बुमराह आईपीएल में रोहित की कप्तानी में खेलते हैं और इस मैच में शॉन मार्श का विकेट लेने में रोहित शर्मा ने उनकी अच्छी खासी मदद की।
बुमराह ने शॉन मार्श को लंच से पहले स्लोअर यॉर्कर पर आउट किया और उन्हें इस गेंद को डालने की हिदायत रोहित शर्मा ने ही दी थी। जी हां, बुमराह ने दिन का खेल खत्म होने के बाद बताया कि लंच से पहले आखिरी गेंद पर मिड ऑफ में खड़े रोहित शर्मा ने मुझे कहा ता कि मैच स्लोअर बॉल ट्राई कर सकता हूं जो मैं वनडे क्रिकेट में अमूमन इस्तेमाल करता हूं।
बुमराह ने इसके आगे कहा "मैंने सोचा क्यों नहीं, मैं यह कर सकता हूं। शायद मैं धीमी गति से गेंद डालूं और उनके बल्लेबाज मजबूत हाथों से उस गेंद को खेलें। तो मैंने इसके इस्तेमाल करना का सोचा। इस गेंद को अमल में लाने का यह अच्छा दिन था।"
इसी के साथ जसप्रीत बुमराह ने कहा कि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में धीमी पिचों पर रिवर्स स्विंग हासिल करने के अनुभव ने उन्हें यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टेस्ट में एमसीजी की पिच पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके छह विकेट झटकने में मदद की जिससे भारतीय टीम अच्छी स्थिति में पहुंच गयी।
बुमराह ने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 15.5 ओवर में 33 रन देकर छह विकेट हासिल किये, जिससे उपमहाद्वीप में वह एक ही वर्ष में दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में पांच या इससे ज्यादा विकेट चटकाने वाले पहले गेंदबाज बन गये।
बुमराह ने शुक्रवार को कहा, ‘‘जब मैं वहां गेंदबाजी कर रहा था, विकेट काफी धीमी हो गया था और गेंद मुलायम हो गयी थी। मैंने धीमी गेंद फेंकने की कोशिश की। सोचा कि यह नीचे जायेगी या फिर शॉर्ट कवर पर जायेगी पर यह कारगर रहा क्योंकि गेंद ने रिवर्स करना शुरू कर दिया था।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब हम अपनी सरजमीं पर इसी तरह के विकेट पर खेलते थे तो गेंद रिवर्स होती थी। इसलिये आप इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश करते हो। हम प्रथम श्रेणी क्रिकेट में अपने अनुभव का इस्तेमाल यहां भी करने की कोशिश कर रहे थे क्योंकि प्रथम श्रेणी क्रिकटमें हमें रिवर्स स्विंग गेंद फेंकने का अच्छा अनुभव है। यही योजना थी।’’
बुमराह की शानदार गेंदबाजी से ऑस्ट्रेलियाई टीम बाक्सिंग डे टेस्ट के तीसरे दिन पहली पारी में महज 151 रन पर सिमट गयी। बल्कि इस तेज गेंदबाज ने इस साल नौ टेस्ट में 45 विकेट हासिल किये हैं लेकिन वह टेस्ट क्रिकेट में अपने पदार्पण सत्र में शानदार फॉर्म से हैरान नहीं हैं।
उन्होंने कहा,‘‘मैं हैरान नहीं हूं। अगर मैं कहूंगा कि मैं खुद पर भरोसा नहीं करता तो और कौन करेगा? मैं किसी भी परिस्थिति में अच्छा करने की कोशिश करता हूं। हां, शुरूआत अच्छी रही है और मैंने इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और यहां खेला हूं, जहां तीनों जगह अलग अलग तरह के हालात रहे हैं।’’
बुमराह ने कहा,‘‘हां, मैं भारत में टेस्ट मैच में नहीं खेला हूं लेकिन जब आप विभिन्न देशों में खेलने जाते हो तो आप कुछ नया सीखते हो और आपको खेलने का अनुभव मिलता है। मेरी अच्छी शुरूआत रही है, देखते हैं कि यह आगे कैसा जाता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैं हमेशा टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहता था, लेकिन लोगों ने मुझे प्रथम श्रेणी क्रिकेट में ही देखा था। मुझे हमेशा खुद पर भरोसा रहा कि जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं अच्छा करने में सफल रहूंगा। उम्मीद है कि मैं सीखना और खुद को बेहतर करना जारी रखूंगा।’’
बुमराह ने जोहानिसबर्ग और नाटिघंम के बाद तीसरी बार टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट झटके, भारत ने इन दोनों मौकों पर जीत दर्ज की थी। इस गेंदबाज ने कहा कि हालांकि दूसरी पारी रणनीति के अनुसार नहीं रही, लेकिन भारत चौथे दिन ज्यादा से ज्यादा रन जुटाने की कोशिश करेगा तथा ऑस्ट्रेलिया को दूसरी बार समेटने का प्रयास करेगा।
उन्होंने कहा,‘‘हमारी ऐसी कोई योजना नहीं थी। हम बस सकारात्मक क्रिकेट खेलना चाहते थे। हां, हमने कुछ ज्यादा ही विकेट गंवा दिये, जबकि हम ऐसा नहीं चाहते थे। लेकिन हम ज्यादा से ज्यादा रन जोड़ने की कोशिश करेंगे और उम्मीद करते हैं कि जब हम अगली पारी में गेंदबाजी करने आयेंगे तो हम उन्हें आउट करने की कोशिश करेंगे। ’’