ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग की गिनती दुनिया के महान कप्तानों में होती है। ऑस्ट्रेलिया को अपनी कप्तानी में 2 वर्ल्ड कप जिताने वाले पोंटिंग ने क्रिकेट के इतिहास में कई ऐसे रिकॉर्ड कायम किए हैं जिन्हें तोड़ना खिलाड़ियों के लिए आसान नहीं होगा।
रिकी पोंटिंग की प्रतिभा को पहचानने का श्रेय पूर्व विकेटकीपर रॉड मार्श को जाता है। मार्श ने बेहद ही कम उम्र में पोंटिंग की महानता को परख लिया था। ये कहना है ऑस्ट्रेलिया के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी टॉम मूडी का।
टॉम मूडी ने कहा है कि रॉड मार्श ने रिकी पोंटिंग की महानता को काफी उम्र में ही पहचान लिया था। आईसीसी की वेबसाइट पर शो क्रिकेट इनसाइड आउट में मूडी ने कहा, "प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेलने से पहले पोंटिंग आस्ट्रेलियाई अकादमी का हिस्सा थे। रोड मार्श उस अकादमी के मुखिया थे। उन्होंने मुझसे कहा था कि उन्होंने पहले कभी पोंटिंग की तरह इतनी जल्दी लैंग्थ भांपने वाला बल्लेबाज नहीं देखा।"
उन्होंने कहा, "उस समय पोंटिंग 16 साल के थे और मार्श ने कहा था कि यह बच्चा सुपरस्टार बनेगा।" हालांकि पोंटिंग डेब्यू मैच में कुछ खास नहीं कर पाए और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ महज 1 रन पर ही पवेलियन लौट गए। लेकिन इसके बाद पोंटिंग ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और आगे चलकर उन्होंने अपना नाम दुनिया के महान बल्लेबाज में शुमार करवाया।
मूडी ने कहा की पोंटिंग के साथ टेम्परामेंट की समस्या थी। उन्होंने कहा, "पोंटिंग जब आए तो वो हीरा थे जो तराशा नहीं गया था। हम सभी की तरह उन्होंने भी गलतियां कीं, लेकिन उन्होंने उनसे काफी कुछ सीखा और एक मैच विजेता की तरह उभरे। वह आगे चलकर ऑस्ट्रेलिया के सबसे सम्मानिय खिलाड़ी, कप्तान, कॉमेंटेटर और अब कोच बने।"
गौरतलब है कि रिकी पोटिंग टेस्ट और वनडे में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। वह लागातार तीन वर्ल्ड कप जीतने वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा थे। यही नहीं उनकी कप्तानी में दो बार ऑस्ट्रेलिया वर्ल्ड चैंपियन बनने में सफल रहा।
(With IANS inputs)