एक तरफ 22 गज की पट्टी पर सनराइजर्स के गेंदबाज़ नचा रहे थे, तो दूसरी तरफ विराट डगआउट में अपनी हार के गवाह बन रहे थे। 19वें ओवर में सिद्धार्थ कौल ने दुनिया को बताया कि आखिर क्यों वो सर्वश्रेष्ठ हैं क्यों उन जैसा कोई नहीं।
आखिरी ओवर में बैंगलोर को जीत के लिए चाहिए थे महज 12 रन लेकिन भुवी ने बनने दिए सिर्फ और सिर्फ 6 रन। वैसे मैच को सनराइजर्स की तरफ पलटने में राशिद के रोल को भी भुलाया नहीं जा सकता। राशिद खान ने ना सिर्फ एबी डिविलियर्स का बेशकीमती विकेट लिया। यूसुफ पठान ने भी एक हाथ से इस बेशकीमती कैच को पकड़कर बैंगलोर खेमे में हलचल मचा दी।
राशिद और भुवी तो बड़े गेंदबाज़ है, लेकिन जिस तरह से सिद्धार्थ कौल इनका कंधे से कंधा मिलाकर साथ दे रहे हैं, उसकी भी जितनी तारीफ की जाए कम है। सिद्धार्थ कौल ने मोईन अली को पहले अपनी इस तेज बाउंसर से डराया और फिर विकेट लेकर उस डर का पूरा फायदा भी उठाया। सिद्धार्थ टी-ट्वेंटी क्रिकेट में सबसे अहम माना जाने वाला 19वां ओवर भी फेंका और क्या खूब फेंका। 19वें ओवर में सिद्धार्थ कौल ने सिर्फ 7 रन दिए। जबकि तब बैंगलोर को जीत के लिए 12 गेंद पर सिर्फ 19 रन चाहिए थे। सिद्धार्थ ने ना सिर्फ इस ओवर में सनराइजर्स की जीत पक्की कर दी बल्कि सलेक्टर्स का ध्यान अपना ओर खींचने में भी कामयाब रहे।
सिद्धार्थ आईपीएल के 11वें सीजन में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं वो 10 मैचों में 13 विकेट लेकर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं।