कोरोना वायरस महामारी के बीच आईसीसी क्रिकेट समिति के प्रमुख अनिल कुंबले लगातार सुझाव दे रहे हैं ताकि जल्द से जल्द क्रिकेट की बहाली हो सके। अब अनिल कुंबले ने स्थानीय अंपायरों की अनुभवहीनता के कारण टेस्ट में अतिरिक्त रिव्यू का सुझाव दिया है।
ऐसा माना जा रहा है कि कोरोना वायरस महामारी पर काबू पाने के बाद क्रिकेट की वापसी होने पर स्थानीय अंपायर ही टेस्ट मैचों में अंपायरिंग करते नजर आएंगे। ये सुझाव भी कुंबले की अगुवाई वाली आईसीसी क्रिकेट समिति ने गेंद पर लार के इस्तेमाल पर रोक के साथ ही दिया था। स्थानीय अंपायरों का सुझाव इसलिये दिया गया था क्योंकि कोरोना महामारी के कारण कई देशों में लंबे समय तक यात्रा संबंधी पाबंदियां लागू रहने की उम्मीद है।।
कुंबले ने स्टार स्पोटर्स के शो क्रिकेट कनेक्टेड से कहा, ‘‘इस समय क्रिकेट की बहाली जरूरी है । यात्रा संबंधी पाबंदियों के कारण पृथक - वास के प्रावधान होंगे । पेनल में बहुत सारे एलीट अंपायर नहीं हैं तो हमें लगा कि क्रिकेट फिर शुरू करने के लिये स्थानीय अंपायर ही बेहतर होंगे।’’
कुंबले ने कहा, ‘‘बहुत देशों में स्थानीय अंपायरों के पास टेस्ट मैचों में अंपायरिंग का अनुभव नहीं है। यही वजह है कि हमने 20 साल पहले तटस्थ अंपायरिंग का चलन शुरू किया ताकि पक्षपातरहित अंपायरिंग हो।’’ उन्होंने कहा, ‘‘अतिरिक्त रिव्यू का सुझाव इसलिये दिया गया ताकि अंपायरों की अनुभवहीनता से किसी एक टीम को फायदा नहीं हो।’’
उन्होंने आगे कहा, "दोनों टीमों के लिए अतिरिक्त रिव्यू इसे खत्म तो नहीं कर देगा लेकिन हमें लगा कि टेस्ट मैच में अनुभवहीन अंपायरों के कारण अतिरिक्त रिव्यू की जरूरत पड़ सकती है। यह एक कारण है जिसके चलते हमने अतिरिक्त रिव्यू की सिफारिश की है।"
(With PTI inputs)