नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने खुलासा किया है कि जैसे ही टेस्ट क्रिकेट में उनके 618 विकेट हो जाएंगे, वह संन्यास ले लेंगे। दरअसल इसकी वजह भारतीय टीम के एक्स स्पिनर और पूर्व कोच अनिल कुंबले हैं। अनिल कुंबले ने टेस्ट मैचों में 619 विकेट अपने नाम किए हैं, और रविचंद्रन अश्विन उनके रिकॉर्ड के आगे नहीं जाना चाहते। आपको बता दें कि सिर्फ 6 साल के अपने टेस्ट करियर में अश्विन के नाम लगभग 300 विकेट दर्ज हैं।
अश्विन का यह खुलासा इसलिए भी चौंकाने वाला है क्योंकि वह जिस स्पीड से विकेट चटका रहे हैं, वह भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने के मामले में अनिल कुंबले को भी पीछे छोड़ सकते हैं। हालांकि रविचंद्रन अश्विन ने अपने इस फैसले की वजह भी बताई। उन्होंने कहा कि वह कुंबले के सबसे बड़े फैन हैं और वह उनका रिकॉर्ड कभी नहीं तोड़ना चाहते। अश्विन ने कहा कि वह इस रिकॉर्ड को तोड़ने से पहले क्रिकेट से संन्यास लेना पसंद करेंगे।
इस स्टार स्पिनर ने अभी तक 52 टेस्ट मैच खेले हैं जिनमें उन्होंने 25.26 की औसत से 292 विकेट लिए हैं। रविचंद्रन अश्विन ने टेस्ट मैचों में सबसे तेज 250 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी बनाया है। उन्होंने यह उपलब्धि अपने 45वें टेस्ट में हासिल कर ली थी। अश्विन बेहद कम समय में भारत की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में विकेट लेने के मामले में पांचवे नंबर पर पहुंच गए हैं। इस मामले में उनसे आगे सिर्फ अनिल कुंबले (619), कपिल देव (434), हरभजन सिंह (417), जहीर खान (311) ही हैं।