भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य स्टार स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन आईपीएल 2020 में दिल्ली कैपिटल्स की ओर से मैदान पर उतरने के लिए उत्साहित हैं। इससे पहले अश्विन ने दो सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब का प्रतिनिधित्व किया था। दोनों ही सीजन में अश्विन की कप्तानी में पंजाब की टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई थी।
हालांकि इस सीजन में अश्विन दिल्ली की ओर से मैदान पर उतरेंगे लेकिन इससे पहले उन्होंने बताया की आखिर क्यूं उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब का साथ छोड़ने का फैसला किया।
'मुंबई मिरर' से बात करते हुए अश्विन ने कहा, ''किंग्स इलेवन में मेरा कार्यकाल बेहद ही शानदार रहा है। मैंने दो साल तक टीम की कप्तानी की। इस दौरान मैंने कप्तान के तौर काफी कुछ सीखा और अपने दायरे में मैंने अच्छा काम किया लेकिन यह कहा जा सकता है कि वह पर्याप्त नहीं था। हालांकि टीम को चलाने में पूरी तरह से मेरा फैसला नहीं होता था।
अश्विन ने कहा, ''पंजाब को छोड़कर दिल्ली में शामिल होने के पीछे एक कारण यह भी है कि मैं टीम मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाया। टीम दोनों ही सीजन के प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई और इसके लिए मैंने कोई बहाना नहीं बनाया। मैंने माना कि मेरे नेतृत्व में टीम प्लेऑफ में नहीं पहुंच पाई। ऐसे में जब आप टीम मैनेजमेंट की उम्मीदों पर खड़े नहीं उतर पाते हैं तो आपको खुद के लिए कड़ा फैसला लेना पड़ता है।''
आपको बता दें कि अश्विन भारत के लिए नियमित रूप से टेस्ट मैच खेलते आ रहे हैं लेकिन लिमिटेड ओवर में उनकी जगह नहीं पा रही है। अश्विन लगभग दो साल से वनडे और टी-20 टीम से बाहर चल रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद अश्विन ने लिमिटेड फॉर्मेट में वापसी की उम्मीद नहीं छोड़ी है।
अश्विन वनडे और टी-20 टीम में वापसी के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं और उनकी कोशिश है कि वह अगले साल ऑस्ट्रेलिया में खेले जाने वाले टी-20 विश्व कप में भारतीय टीम का हिस्सा बने।
यही वजह है कि अश्विन ने लगातार घरेलू क्रिकेट और आईपीएल जैसे टूर्नामेंट में खेलते आ रहे हैं।