रणजी ट्रॉफी में 11 हजार रन और तीस शतक लगाने वाले अमोल मजूमदार को कभी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने का मौका नहीं मिला। इस पर भारतीय टीम के कोच रवि शास्त्री ने कहा कि मजूमदार का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टेस्ट न खेलना भारत का नुकसान था।
रवि शास्त्री अकसर अपनी यादों के पिटारे से कुछ ऐसी चीज निकालकर लाते हैं जो फैन्स का दिल जीत लेती है। इसी कड़ी में आज उन्होंने अपने ट्विटर अकाउंड पर रणजी ट्रॉफी के दिग्गज बल्लेबाज अमोल मजूमदार की फोटो पोस्ट की है। यह रवि शास्त्री के आखिरी रणजी सीजन की तस्वीर है।
इस खुबसूरत तस्वीर को पोस्ट करते हुए शास्त्री ने लिखा, "रणजी ट्रॉफी के दिग्गज खिलाड़ी के साथ एक फोटो- अमूल मजूमदार। मेरा अंतिम सीजन उनका पहला सीजन था। मुझे अभी भी लगता है कि मजूमदार का टेस्ट क्रिकेट न खेलना भारत का नुकसान था।"
मजूमदार का घरेलू क्रिकेट का सफर शानदार रहा है। 20 साल के अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 11,000 रन बनाए हैं जिसमें 30 शतक शामिल हैं। उन्हें बीसीसीआई, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और लंकाशायर तथा यार्कशायर के माध्यम से ग्रेट ब्रिटेन से भी कोचिंग सर्टिफिकेट मिले हुए हैं।
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पिछले साल जब दक्षिण अफ्रीका भारत दौरे पर आई थी तब मजूमदार को मेहमान टीम ने अपना बल्लेबाजी कोच नियुक्त किया था। इसके अलावा वह नीदरलैंड्स के बल्लेबाजी कोच भी रह चुके हैं और अब आईपीएल टीम राजस्थान रॉयल्स के भी बल्लेबाजी कोच हैं।
पिछले साल भारत और साउथ अफ्रीका के बीच हुई टेस्ट सीरीज में मजूमदार साउथ अफ्रीका के बल्लेबाजी कोच थे, हालांकि उस सीरीज में साउथ अफ्रीका का सूपड़ा साफ हुआ था। वह आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के बल्लेबाजी कोच के साथ नीदर लैंड के कोच भी रह चुके हैं। मजूमदार ने एनसीए में भारत की अंडर 19 और अंडर 23 की टीम को भी कोचिंग दी है।
(With IANS Inputs)