10 जनवरी, यह वही दिन है जब टीम इंडिया के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने रणजी मैच में 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाकर इतिहास रच दिया था। 1985 में शास्त्री ने बडोदा के खिलाफ खेलते हुए स्पिनर तिलक राज के ओवर में यह कारनामा किया था और भारत के लिए वो 6 गेंदों पर 6 छक्के लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गये थे। उस समय शास्त्री से पहले यह कारनामा बस वेस्टइंडीज के गैरी सोबर्स ने ही किया था।
इस मैच में शास्त्री ने एक और रिकॉर्ड भी अपने नाम किया था जो है सबसे तेज दोहरा शतक लगाने का। इस मैच में शास्त्री ने मात्र 113 मिनट में अपना दोहरा शतक पूरा किया था। इस रिकॉर्ड पर शास्त्री ने 33 साल तक राज किया। 2017-18 में काबुल रीजन की ओर से खेलते हुए अफगानिस्तान के शफीकउल्लाह ने 103 मिनट में यह मुकाम हासिल कर शास्त्री का रिकॉर्ड तोड़ा था।
इसी साल रवि शास्त्री 'चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस' बनकर विश्व क्रिकेट में छा गए थे। उसी साल भारत ने बेंसन एंड हेजेज वर्ल्ड चैम्पियनशिप कप अपने नाम किया था और उस सीरीज में भारत के लिए रवि शास्त्री हीरो रहे थे। शास्त्री ने उस टूर्नामेंट के 5 मैचों में 45.50 की औसत से 182 रन बनाए और 20.75 की औसत से 8 विकेट भी चटकाए थे।
उनकी इस धमाकेदार परफॉर्मेंस के बाद उन्हें 'चैम्पियन ऑफ चैम्पियंस' के खिताब से नवाजा गया था और उन्हें उपहार के रूप में बहुचर्चित ऑडी कार भी मिली थी।