बर्मिंघम टेस्ट से पहले तैयार हो चुका है टीम इंडिया की जीत का मास्टर प्लान। कोच रविशास्त्री ने इंग्लिश टेस्ट पास करने के लिए टीम इंडिया के ओपनर्स को 150 गेंदों का सामना करने का टारगेट दिया है। शास्त्री ने कहा, ''जब आप इंग्लैंड,ऑस्ट्रेलिया,साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में खेलते हैं तो शुरुआती 20- 25 ओवर काफी अहम होता है...अगर आप 20-25 ओवर बिना विकेट खोये निकाल लेते हैं तो जीत की नींव तैयार हो जाती है।''
वैसे रवि शास्त्री की बातों में दम भी है। टीम इंडिया के पिछले दो इंग्लैंड दौरे के रिजल्ट को देखें तो शुरुआती 150 गेंदों का मुकाबले में अहम रोल रहा है। साल 2014 में इंग्लैंड दौरे पर दूसरे टेस्ट में टीम इंडिया ने 95 रनों से जीत दर्ज की थी। इस टेस्ट की पहली पारी में शुरुआती 25 ओवर में टीम इंडिया के 2 विकेट गिरे। जबकि दूसरी पारी में सिर्फ 1 विकेट। वहीं, इसी दौरे पर पहला टेस्ट ड्रॉ रहा। इस टेस्ट की पहली और दूसरी पारी में शुरुआती 25 ओवर में सिर्फ 1-1 विकेट गिरे।
मतलब ये कि टीम इंडिया के ओपनर्स को जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंदों का जमकर सामना करना होगा। टीम इंडिया के ओपनर्स को नई गेंद की चमक फीकी करनी होगी। एंडरसन और ब्रॉड की गेंद पर आउट होने के बदले क्रीज पर जमना होगा।
रवि शास्त्री के प्लान के मुताबिक 25 ओवर तक ओपनर्स क्रीज पर डटे रहते हैं तो मीडिल ऑर्डर पर दवाब कम होगा। बड़ा स्कोर खड़ा करने के लिए मीडिल ऑर्डर को मुश्किल नहीं होगी। ऐसे में लोअर ऑर्डर का प्रदर्शन भी बेहतर होगा।
टीम इंडिया की जीत के मास्टर प्लान में दम इसलिए भी दिखता है कि जब-जब 25 ओवर के अंदर ज्यादा विकेट गिरे। टीम इंडिया बड़े अंतर से हारी है।