2019 का फाइनल मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया। लगातार दो बार वर्ल्ड कप फाइनल में जगह बनाने वाली न्यूजीलैंड की टीम एक बार फिर फेल हुई और नतीजा यह रहा कि इस बार इंग्लैंड वर्ल्ड कप उठा ले गई। केन विलियमसन की वर्ल्ड कप फाइनल में हार के बाद कई क्रिकेट के दिग्गजों ने आईसीसी के रूल पर सवाल उठाए और केन विलियमसन की टीम के लिए सहानुभूति जताई।
लेकिन केन ने फिर भी कुछ नहीं बोला, मैच के बाद विलियमसन ने इस नियम के बारे में पूछे जाने पर कहा था, ‘आप कभी सोच नहीं सकते कि ऐसे सवाल भी पूछे जाएंगे। मैने भी कभी नहीं सोचा था कि ऐसे सवाल का जवाब दूंगा। यह स्वीकार करना मुश्किल है क्योंकि दोनों टीमों ने इस पल के लिए काफी मेहनत की थी।’
इसके आगे उन्होंने कहा, ‘दो प्रयासों के बाद भी विजेता का निर्धारण नहीं हो सका। इसके बाद जिस तरह से हुआ , कोई भी टीम ऐसा नहीं चाहेगी।’ एक सच्चे खिलाड़ी की तरह उन्होंने आईसीसी के इस नियम पर कोई सवाल उठाने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा, ‘नियम है तो है और टूर्नमेंट की शुरुआत से है। किसी ने सोचा नहीं होगा कि इस तरह का मैच होगा। यह शानदार मैच था और सभी ने इसका मजा लिया।’
केन के इस जवाब से पता चलता है कि वह परिस्थितियों को कितनी अच्छी तरह से संभालते हैं। भारत के कोच रवि शास्त्री ने भी विलियमसन से मिली प्रतिक्रिया को स्वीकार किया।
शास्त्री ने अपने ट्वीट में लिखा 'परिस्थितियों को देखते हुए आपकी रचना और गरिमा उल्लेखनीय थी। आपकी गरिमापूर्ण कृपा और मौन 48 घंटे के बाद से बस उल्लेखनीय है। हम जानते हैं कि उस WC पर आपका एक हाथ है। तुम सिर्फ केन नहीं केन और सक्षम। भगवान भला करे।'