अहमदाबाद। भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने शनिवार को माना कि मोटेरा ट्रैक की प्रकृति पर हल्ला मचाने का कोई कारण नहीं दिखता है क्योंकि क्यूरेटर ने ऐसी पिचें बनायी जिनसे यहां पिछले दो मैचों में ‘शानदार मनोरंजन’ हुआ। इंग्लैंड के कुछ पूर्व खिलाड़ियों ने तीसरे टेस्ट के लिये पिच की कड़ी आलोचना की थी क्योंकि मेहमान टीम दिन/रात्रि मुकाबले में 112 और 81 रन पर सिमट गयी थी। इंग्लैंड को स्पिनरों के लिये फायदेमंद पिच पर खेलने में परेशानी हुई जबकि भारत ने यहां तीसरे और चौथे टेस्ट में जीत हासिल कर जून में न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये क्वालीफाई किया।
ये भी पढ़ें - सौरव गांगुली ने पढ़े टीम इंडिया की तारीफों में कसीदे, ट्वीट कर कही ये बात
इंग्लैंड को दूसरी पारी में 135 रन पर समेटकर चौथे टेस्ट में यहां पारी और 25 रन की जीत के बाद शास्त्री ने कहा,‘‘मैं इसे मैदानकर्मियों को समर्पित करूंगा। मुझे लगता है कि आशीष भौमिक एक शानदार मैदानकर्मी हैं, वह अपना काम जानते हैं। वह दलजीत सिंह के साथ काम कर चुके हैं जो मास्टर क्यूरेटर हैं।’’
उन्होंने कहा,‘‘कौन इस पिच की शिकायत करेगा? इस पर शानदार मनोरंजन हुआ, दोनों टीमों के लिये और खेल के लिये। साथ ही 3-1 के नतीजे से पता नहीं चलता कि यह श्रृंखला कितनी करीब थी।’’
ये भी पढ़ें - मोंटी पनेसर ने की भविष्यवाणी, भारत जीत सकता है वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का खिताब
शास्त्री ने टीम के विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में जगह बनाने के लिये प्रशंसा की जबकि पिछले साल अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने क्वालीफिकेशन के मानदंड में बदलाव किया था।
उन्होंने कहा,‘‘हमारे लिये विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में तालिका में शीर्ष पर रहना ढाई साल की मेहनत है और उन वर्षों में सफल होने के लिये इससे पहले छह साल की मेहनत है।’’
ये भी पढ़ें- आईपीएल 2021 का शेड्यूल आया सामने, गवर्निंग काउंसिल की मंजूरी का है इंतजार !
उन्होंने कहा,‘‘खिलाड़ियों ने एक बार में एक ही श्रृंखला पर ध्यान दिया और वे विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के बारे में ज्यादा परेशान नहीं थे क्योंकि ‘गोल पोस्ट’ हर बार शिफ्ट हो जाता था।’’
शास्त्री ने कहा,‘‘हम तालिका में शीर्ष पर चल रहे थे और कुछ नियमों में बदलाव के बाद प्रतिशत प्रणाली आ गयी, जब हम खेल भी नहीं रहे थे। लेकिन कोई बात नहीं, फिर भी हमें 520 अंक मिले, हम तालिका में शीर्ष पर रहने और फाइनल खेलने के हकदार हैं।’’