नयी दिल्ली: दिनेश कार्तिक को संभवत: अंतिम बार भारतीय टीम में वापसी का मौका मिला है लेकिन वह इसे लेकर परेशान नहीं हैं और वह भारतीय कोच रवि शास्त्री से समय पर मिली सलाह के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हाल में अच्छे प्रदर्शन का फायदा उठाना चाहते हैं. संजू सैमसन और ऋषभ पंत जैसे युवा विकेटकीपर बल्लेबाजों के अलावा अनुभवी पार्थिव पटेल की मौजूदगी के कारण कार्तिक को पता है कि उन्हें लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होगा और वह भी विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में क्योंकि महेंद्र सिंह धोनी सीमित ओवरों के क्रिकेट में अब भी नंबर एक पसंद हैं.
मौजूदा फार्म को देखते हुए कार्तिक वनडे में चौथे नंबर पर स्थायी तौर पर जगह बनाने के लिए दावेदारी पेश कर रहे हैं. टीम में वापसी के बारे में पूछने पर कार्तिक ने कहा, ‘‘शायद ऐसा (टीम में अंतिम वापसी) हो लेकिन मैं इसे इस तरह नहीं देख रहा। अगर आप इस बारे में (टीम में भविष्य) सोचना शुरू कर दो तो आप अपने ऊपर अतिरिक्त दबाव बना लेते हो। मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में जिस तरह की बल्लेबाजी की उससे मैं संतुष्ट हूं और मुझे जब भी अगला मौका मिलेगा तो मेरा लक्ष्य ऐसा ही प्रदर्शन करने का है.’’
मनीष पांडे के चोटिल होने के कारण कार्तिक ने जून में चैंपियंस ट्राफी के लिए भारतीय टीम में वापसी की थी. उन्हें इंग्लैंड में हुई चैंपियंस ट्राफी के दौरान मौका नहीं मिला लेकिन इसके बाद वेस्टइंडीज में हुई एकदिवसीय श्रृंखला में वह भारत की ओर से तीन साल से भी अधिक समय बाद कोई मैच खेले. वेस्टइंडीज में उन्होंने नाबाद 50 और 48 रन ही पारी खेली लेकिन पांडे ने श्रीलंका में एकिदवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए उनकी जगह टीम में वापसी की.
कार्तिक को न्यूजीलैंड के खिलाफ सभी तीनों मैचों में खेलने का मौका मिला. उन्होंने पहले वनडे में पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 37 रन बनाए और फिर पुणे में दूसरे वनडे में नाबाद 64 रन बनाकर भारत को श्रृंखला में बराबरी दिलाई. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे नहीं पता कि यह मेरी सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय पारी थी या नहीं लेकिन निश्चित तौर पर यह महत्वपूर्ण पारी थी, निजी तौर पर भी और टीम के लिए भी.’’
श्रीलंका के खिलाफ अगले महीने होने वाले एकदिवसीय मैचों को देखते हुए कार्तिक अपनी फिटनेस पर अधिक काम करने के लिए एनसीए में तैयारी शिविर से जुड़ गए हैं.
कार्तिक की नजरें अब कोच शास्त्री और मुंबई के अनुभवी आलराउंडर अभिषेक नायर से मिली सलाह से अपने खेल में सुधार करने पर टिकी हैं. उन्होंने कहा, ‘‘टीम प्रबंधन ने मुझे कुछ नहीं बताया है। लेकिन अपनी बल्लेबाजी को लेकर मैंने रवि भाई (शास्त्री) से लंबी बात की. वह न्यूजीलैंड के खिलाफ मेरी बल्लेबाजी से खुश थे लेकिन उन्होंने कहा कि अब भी कई क्षेत्र हैं जिनमें मैं सुधार कर सकता हूं, विशेषकर पारी की लय बनाने को लेकर क्योंकि उनका मानना है कि मेरे पास सभी तरह के शाट हैं. मैं उनसे सहमत हूं और इसे लेकर उत्सुक हूं.’’
कार्तिक फिलहाल अभिषेक नायर के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और उन्होंने इस आलराउंडर की तारीफ करते हुए कहा, ‘‘अभिषेक नायर के बिना मैं वहां नहीं होता जहां आज हूं. उनके साथ काम करना मौजूदा प्रक्रिया का हिस्सा है. हम खेल के बारे में काफी चर्चा करते हैं, विशेषकर फोन पर क्योंकि हम दोनों ही खेलने में व्यस्त हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए उन्होंने मुझे सलाह दी कि न्यूजीलैंड के खिलाफ पहली ही गेंद से मैं जुनून दिखाऊं, काफी आक्रामक रहूं.’’
विराट कोहली के संदर्भ में कार्तिक ने कहा कि भारतीय कप्तान ने टीम में जो फिटनेस संस्कृति शुरू की है उसका नतीजा सबके सामने है.