रणजी ट्रॉफी के ग्रुप बी मुकाबले में सितारों से सजी मुंबई की टीम कर्नाटक के खिलाफ अपनी पहली पारी में महज 194 रनों पर सिमट गई। मुंबई के लिए एक बार फिर से भारतीय टेस्ट टीम के उपकप्तान अजिंक्य राहाणे नाकाम साबित हुए। वहीं युवा पृथ्वी शॉ भी अपने रंग में नहीं दिखे। हालांकि कप्तान सूर्यकुमार यादव (94 गेंद में 77 रन, 10 चौके, दो छक्के) अकेले बीकेसी मैदान पर डटे रहे जबकि दूसरे छोर पर बल्लेबाजों के आउट होने का सिलसिला जारी रहा।
उनकी पारी ने सुनिश्चित किया कि मेजबान टीम कम से कम 175 रन का आंकड़ा पार कर ले। वहीं तीसरे सत्र में शॉ ओवरथ्रो को बचाते हुए गिर गये और अपना कंधा चोटिल करा बेठे। उन्हें मैदान से बाहर ले जाया गया। इससे पहले कर्नाटक के चार तेज गेंदबाजी आक्रमण ने कप्तान करूण नायर के गेंदबाजी करने के फैसले को सही ठहराया जिन्होंने लंच तक मुंबई का स्कोर छह विकेट पर 86 रन कर दिया।
वहीं ओपनर बल्लेबाज आदित्य तारे को वी कौशिक (45 रन देकर तीन विकेट) ने आउट किया। रहाणे और शॉ ने पारी को संभालने का प्रयास किया। लेकिन रहाणे (07) शुरूआत को बड़ी पारी में तब्दील करने में असफल रहे।
रहाणे को सात रन पर जब जीवनदान मिला तब रोनित मोरे (47 रन देकर दो विकेट) उनका रिटर्न कैच लपकने में असफल रहे। लेकिन मोरे ने 13वें ओवर में तीन गेंद के भीतर रहाणे और फिर सिद्धेश लाड (04) को आउट कर दिया। शॉ भी बड़ी पारी नहीं खेल सके और 57 गेंद में छह चौके से 29 रन बनाकर अनुभवी अभिमन्यु मिथुन (48 रन देकर दो विकेट) का शिकार बने।
प्रतीक जैन ने फिर सरफराज खान (08) और शम्स मुलानी को पवेलियन भेजा। सूर्यकुमार और शशांक अतारडे (51 गेंद में छह चौके से 35 रन) ने 92 गेंद में 88 रन की भागीदारी निभाकर पारी को संभाला। कौशिक ने अतारडे का विकेट झटककर इस भागीदारी को तोडा जिससे सातवां विकेट 148 रन पर गिरा। मुंबई ने श्रेयस गोपाल के रूप में अंतिम विकेट गंवाया। जवाब में कर्नाटक ने स्टंप तक तीन विकेट पर 79 रन बना लिये और टीम पहली पारी के हिसाब से 115 रन से पीछे है।
ओपनर बल्लेबाज देवदत्त पड्डीकल (पांच चौके से 32 रन) और आर समर्थ (नाबाद 40 रन) बदौलत टीम ने अच्छी शुरूआत की जिन्होंने पहले विकेट के लिये 68 रन जोड़े। स्पिनर शम्स मुलानी ने हालांकि पड्डीकल और अभिषेक रेड्डी (शून्य) को एक ही ओवर में आउट कर दिया। आफ स्पिनर अतारडे ने रोहन कदम (04) का विकेट झटका।
वहीं कानपुर में उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के बीच शुरूआती दिन का खेल नहीं हो सका।
ग्रुप बी के अन्य मुकाबले में वड़ोदरा में बड़ौदा ने दीपक हुड्डा के 86 रन की बदौलत पहली पारी में 201 रन बनाये। स्टंप तक रेलवे ने दो विकेट गंवाकर 24 रन बना लिये थे और टीम 177 रन से पीछे है।
धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश की पहली पारी 175 रन पर सिमट गयी। उसके लिये एपी वशिष्ठ ने 33 रन की सर्वश्रेष्ठ पारी खेली। मध्य प्रदेश ने भी स्टंप तक 87 रन तक चार विकेट गंवा दिये थे। टीम 88 रन से पिछड़ रही है।