नई दिल्ली: रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-ए के अपने दूसरे मैच में दिल्ली ने खराब शुरुआत के बाद अपने आप को संभाल लिया है। पहले दिन का खेल खत्म होने तक उसने रेलवे के खिलाफ छह विकेट के नुकसान पर 318 रन बना लिए हैं। दिन का खेल खत्म होने तक मनन शर्मा 68 रन बनाकर विकेट पर खड़े हुए हैं। पुलकित नारांग को अभी खाता खोलना बाकी है।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली की शुरुआत खराब रही 34 के कुल स्कोर तक उसने उन्मुक्त चंद (11), गौतम गंभीर (2), ध्रुव शोरे (16) के रूप में अपने तीन विकेट खो दिए थे। यहां से प्रथम श्रेणी क्रिकेट में पदार्पण कर रहे हिम्मत सिंह (45) ने नितिश राणा (89) के साथ पारी को संभाला। हिम्मत 143 के कुल स्कोर पर अविनाश यादव का शिकार हुए।
उनके बाद अनुज रावत ने 74 रनों की पारी खेली। राणा 200 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए थे। अनुज ने यहां से मनन के साथ पारी को आगे बढ़ाया। वह 311 के कुल स्कोर पर दिल्ली के छठे विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।
वहीं ग्रुप-डी के मैच में बंगाल ने छत्तीसगढ़ के खिलाफ पहले दिन का खेल खत्म होने तक दो विकेट के नुकसान पर 283 रन बना लिए हैं। छत्तीसगढ़ के कप्तान मोहम्मद कैफ ने टॉस जीतकर बंगाल को बल्लेबाजी के लिए आमंत्रित किया।
अभिषेक रमन (94) और कौशिक घोष (114) की सलामी जोड़ी ने बंगाल को ठोस शुरुआत दी और पहले विकेट के लिए 159 रन जोड़े। रमन छह रन से शतक के चूक गए। उन्हें शुभम सिंह ने आउट किया। रमन ने अपनी पारी में 177 गेंदें खेलीं और 13 चौके लगाए।
वहीं शतक पूरा करने के कुछ देर बाद घोष रन आउट हो गए। उन्होंने 221 गेंदों का सामना किया और 11 चौके लगाए। इन दोनों के जाने के बाद सिद्धार्थ चटर्जी (नाबाद 58) और कप्तान मनोज तिवारी (14) ने दिन का खेल खत्म होने तक कोई और विकेट नहीं गिरने दिया।
ग्रुप-सी के मैच में आंध्र प्रदेश ने बड़ौदा की हालत खराब कर दी है। उसने पहले दिन बड़ौदा के सात विकेट 247 रनों पर ही गिरा दिए हैं। पहले बल्लेबाजी करने उतरी बड़ौदा की शुरुआत खराब रही और उसने 43 रनों पर ही अपने दो विकेट खो दिए।
सलामी बल्लेबाज केदार देवधर (93) और विष्णु सोलंकी (61) ने टीम को संभाला, लेकिन इन दोनों के आउट होते ही बड़ौदा एक बार फिर लड़खड़ा गई। दिन का खेल खत्म होने तक स्वप्निल सिंह 30 और अतित सेठ 16 रन बनाकर खेल रहे हैं। आंध्रा के लिए बंदारू अयप्पा ने सबसे ज्यादा तीन विकेट लिए। कार्तिक रमन को दो विकेट मिले।