वसीम जाफर की उम्र भले ही 41 साल की होने वाली हो लेकिन ये बल्लेबाज लगातार रिकॉर्ड बनाता जा रहा है। हाल ही में रणजी ट्रॉफी 2018-19 के सेमीफाइनल मुकाबले में विदर्भ की तरफ से खेलते हुए पहली पारी में 34 रन बनाए। इसके साथ ही जाफर के नाम रणजी ट्रॉफी इतिहास का वो रिकॉर्ड दर्ज हो गया जो इससे पहले किसी भी खिलाड़ी के नाम नहीं था। जाफर अब ऐसे पहले खिलाड़ी बन गए हैं जिनके नाम रणजी ट्रॉफी के दो अलग-अलग सीजन में 1,000 या इससे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया है। जाफर ने 2018-19 से पहले 2008-09 में मुंबई की तरफ से खेलते हुए इस कारनामे को अंजाम दिया था।
जाफर के अलावा अब तक कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं कर सका है। इससे पहले भी जाफर ने इसी सीजन में एक और बड़ा रिकॉर्ड बनाया था। जाफर ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में विदर्भ की तरफ से खेलते हुए उत्तराखंड के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और दोहरा शतक ठोका था। जाफर ने 296 गेंदों में 206 रनों की पारी खेली और ऐसे पहले बल्लेबाज बन गए हैं जिनके नाम फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 40 साल की उम्र के बाद दो दोहरे शतक लगाने का रिकॉर्ड दर्ज हो गया।
आपको बता दें कि केरल के खिलाफ खेले जा रहे सेमीफाइनल मुकाबले में विदर्भ की टीम बेहद मजबूत नजर आ रही है। विदर्भ के गेंदबाज उमेश यादव ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 7 विकेट झटके और केरल की पहली पारी को 106 रन पर समेट दिया। जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी विदर्भ की टीम ने खबर लिखे जाने तक 137 रन बना लिए थे।