लाहौर| पाकिस्तान के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने कहा है कि श्रीलंका के महान खिलाड़ी अर्जुन रणातुंगा का यह कहना गलत है कि भारत ने सफेद गेंद की सीरीज के लिए अपनी 'दूसरे दर्जे' की टीम भेजकर श्रीलंका का अपमान किया है। कनेरिया के मुताबिक इस तरह के बयान देकर रणातुंगा सिर्फ लाइमलाइट में रहना चाहते हैं।
1996 में श्रीलंका को विश्व कप विजेता बनाने वाले कप्तान ने इस महीने की शुरूआत में कहा था कि, श्रीलंका में आई भारतीय टीम सर्वश्रेष्ठ नहीं है। यह दूसरे स्तर की टीम है। क्या हमारे खेल मंत्री या क्रिकेट प्रशासकों को यह नहीं पता था?
रणातुंगा ने श्रीलंकाई मीडिया से कहा था, श्रीलंका (क्रिकेट) भले ही नीचे चला गया हो, लेकिन एक क्रिकेट राष्ट्र के रूप में हमारी एक पहचान है, हमारी गरिमा है, हमें भारतीय बी टीम को खेलने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ नहीं देना चाहिए।
शिखर धवन की अगुवाई वाली 20 सदस्यीय भारतीय टीम 13 जुलाई से शुरू होने वाले तीन वनडे और इतने ही टी20 मैच खेलने के लिए इस पड़ोसी द्वीपीय देश में है।
कनेरिया ने सोमवार को अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, रणातुंगा का कहना है कि भारत को अपनी 'बी' टीम नहीं भेजनी चाहिए थी। मुझे नहीं पता कि वह क्या बात कर रहे हैं। 1996 विश्व कप विजेता कप्तान विश्व क्रिकेट में एक बड़ा नाम है। मुझे लगता है कि उन्होंने लाइमलाइट रहने के लिए यह बयान दिया है। भारत में लगभग 50-60 क्रिकेटर हैं जो दो अंतरराष्ट्रीय टीमें बना सकते हैं।
61 टेस्ट खेलकर 261 विकेट लेने वाले कनेरिया ने कहा, श्रीलंका क्रिकेट गिरावट पर है। जिस तरह से इंग्लैंड में उनकी सीरीज चली गई है, उससे पता चलता है कि उनका क्रिकेट कैसे नीचे जा रहा है। वे क्रिकेट खेलना भूल गए हैं। एसएलसी को आभारी होना चाहिए कि वित्तीय संकट से उबरने के लिए भारत उनकी मदद करने के लिए एक टीम भेज रहा है। मुझे यकीन है कि भारत सीरीज में उन्हें हरा देगा।