पाकिस्तान के पूर्व कप्तान रमीज राजा का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ मुकाबला करने के लिए पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को टीम सिलेक्शन में निर्दयी होने और एक युवा टीम बनाने की ज़रूरत है। पाकिस्तान की टीम को पिछले महीने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज 1-0 से हार का सामना करना पड़ा था जबकि 3 मैचों की T20I सीरीज 1-1 से ड्रॉ हुई थी, लेकिन राजा को लगता है कि पाकिस्तान की टीम जिस दिशा में जाना चाहती हैं, उस दिशा में वो अनिश्चित है।
अपने यूट्यूब चैट शो ’क्रिक कास्ट’ में पाकिस्तान की ब्राडकास्टर सवेरा पाशा से बात करते हुए राजा ने कहा: “मुझे लगता है कि टीमें अपने संयोजन को ठीक कर रही हैं और पाकिस्तान को सीखने की जरूरत है। मैं अभी भी कह रहा हूं कि जब तक आप सभी एंगल से टीम कॉम्बिनेशन नहीं देखेंगे, तब तक विश्व कप के लिए आपकी तैयारी पूरी नहीं होगी।"
राजा ने कहा, “इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया अभी भी प्रयोगात्मक चरण में हैं, हालांकि अच्छी तरह से स्थापित टीमें हैं। लेकिन पाकिस्तान ऐसी कोशिश कर रहा है कि जैसे उसे कॉम्बिनेशन अभी ही चाहिए हैं और 8 महीने बाद जो होगा वो देखा जाएगा। हम अभी से एक स्थापित इकाई बना ले और बस जीतना शुरू कर दें। जब तक कि आप हारेंगे नहीं और जब तक आप एक्सपेरिमेंट नहीं करेंगे तब तक आप एक सॉलिड टीम नहीं बना सकते।"
CSK ने टीचर्स डे के मौके पर शेयर किया खास वीडियो जिसमें डांस करते नजर आए धोनी
उन्होंने इमरान खान के समय की टीम को याद करते हुए बताया, "इमरान खान जब कप्तान बने थे, तो उनके आसपास अनुभवी खिलाड़ियों का एक पूरा जाल था। उनमें से कुछ ऐसे खिलाड़ी थे जो एक दो साल और खेल सकते थे लेकिन उन्होंने सबकी छुट्टी करवाई। उन्होंने सिर्फ जावेद मियांदाद को रखा और बाकी युवा टीम बनाई। 1992 के वर्ल्ड कप में पाकिस्तान की जो टीम उतरी थी, वो काफी युवा थी।"
रमीज ने कहा, “आपको चयन में सबसे पहले निर्मम होने की आवश्यकता है और आपके पास एक उचित दिशा होनी चाहिए। आपको हर किसी को यह बताने की ज़रूरत है कि आप नए खिलाड़ियों की टीम बनाने की कोशिश कर रहे हैं, भले ही आपको तुरंत बेहतर परिणाम न मिलें।"
उन्होंने आगे बताया, “दूसरी बात यह है कि आपको दोस्ती को एक तरफ रखने की ज़रूरत है, जो लोग आपके साथ खेले हैं। चयन केवल प्रदर्शन-आधारित होना चाहिए। मुझे लगता है कि कई बार हम केवल वर्तमान में जीत हसिल करने के बारे में सोचते हैं लेकिन भविष्य के बारे में नहीं सोचते हैं।"