अपने करियर के शुरूआती दिनों में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी तूफानी बल्लेबाजी और लंबे - लंबे छक्कों के लिए जाने जाते थे। इतना ही नहीं वनडे क्रिकेट का पहला ओवर हो या आखिरी धोनी अपने नैचुरल गेम से कोई छेड़छाड़ नहीं करते थे। मगर धीरे - धीरे जैसे धोनी के उपर टीम इंडिया को जिताने का भार बढता गया और उन्हें जब टीम इंडिया की कप्तानी सौंप दी गई। धोनी ने मैच्योरिटी दिखाते हुए अपनी बल्लेबाजी में बदलाव किया और मैच को अंत तक ले जाकर खत्म करने की कला ने उन्हें दुनिया का सबसे बड़ा फिनिशर बना दिया। इस तरह धोनी की इस कला की तारीफ करते हुए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान राहुल द्रविड़ ने कहा कि धोनी मैच के अंत में इस तरह बल्लेबाजी करते हैं जैसे उन्हें परिणाम की कोई चिंता ही ना हो।
राहुल द्रविड़ ने 'ईएसपीएन क्रिकइनफो' के वीडियो चैट में संजय मांजरेकर से बात करते हुए कहा, ''मुझे लगता है कि आपमें यह गुण होना चाहिए या आपको खुद को इसके लिए ट्रेन करना चाहिए। यह ऐसा गुण है, जो मुझमें कभी नहीं रहा। किसी भी फैसले का परिणाम मेरे लिए अहमियत रखता था। धोनी से यह पूछा जाना चाहिए कि क्या यह उनका स्वाभाविक गुण है या इसे उन्होंने विकसित किया है।''
महेंद्र सिंह धोनी ने 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ डेब्यू किया था, लेकिन 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ वह अपने मूल स्वरूप में नजर आए। उन्होंने छह मैचों की सीरीज के दूसरे मैच में 148 रनों की आक्रामक पारी खेली। वह एकमात्र ऐसे कप्तान हैं, जिन्होंने आईसीसी की तीनों ट्रॉफी (वनडे विश्व कप, टी-20 विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी) जीती हैं। पहली बार उन्होंने 2007 को टी-20 विश्व कप में कमतर आंकी जा रही भारतीय टीम का नेतृत्व किया और खिताब जिताया।
गौरतलब है कि आईसीसी विश्वकप 2019 के सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारने के बाद धोनी ने खुद को क्रिकेट के मैदान से दूर रखने का फैसला किया था। क्योंकि उन्हें अपनी इंडियन आर्मी बटालियन के साथ दो माह के लिए कश्मीर में ट्रेनिंग करनी थी। जिसके बाद लौटकर आए धोनी ने तब भी टीम इंडिया के लिए खेलना मुनासिब नहीं समझा। इस तरह आईपीएल के समीप आने पर चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान धोनी ने मैदान पर ट्रेनिंग करना शुरू कर दिया था। जिसके कई वीडियो में धोनी पुरानी लय में नजर आ रहे थे। मगर कोरोना महामारी के कारण अचानक ट्रेनिंग कैम्प सम्पात करना पड़ा और सभी खिलाड़ी अपने-अपने घर वापस लौट गए।
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बता दें कि 38 वर्षीय धोनी ने भारत के लिए अब तक 350 वनडे और 98 टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 10773 और 1617 रन बनाए हैं। ऐसे में धोनी मैदान पर लौटेंगे भी या नहीं इस पर भी फैंस की नजरें बनी हुई हैं।