पंजाब सरकार ने हाल ही में टीम इंडिया से बाहर चल रहे स्पिनर हरभजन सिंह के नाम की सिफारिश भारत के सर्वोच्च खेल पुरस्कार 'राजीव खेल रत्न अवॉर्ड' के लिए की थी, लेकिन बाद में सरकार ने भज्जी का नाम वापस ले लिया। इस मामलें में अब हरभजन सिंह का बड़ा बयान आया है।
हरभजन से साफ किया है कि भारत के सबसे बड़े खेल पुरस्कार 'राजीव खेल रत्न अवॉर्ड' की योग्यता में वह फिट नहीं बैठते हैं इसलिए पंजाब सरकार ने उनका नाम वापस लेने का फैसला किया।
40 वर्षीय क्रिकेटर हरभजन सिंह ने ट्वीट किया, "मुझे फोन पर बार-बार पूछा जा रहा था कि पंजाब सरकार ने मेरा नाम खेल रत्न के नामांकन से वापस क्यों ले लिया। सच यह है कि मैं खेल रत्न का पात्र नहीं हूं क्योंकि इस अवॉर्ड के लिए पिछले 3 साल में आपके इंटरनेशनल प्रदर्शन पर गौर किया जाता है।"
उन्होंने आगे लिखा, "पंजाब सरकार की यहां गलती नहीं है क्योंकि उन्होंने मेरा नाम वापस ले लिया है। मैं अपने मीडिया दोस्तो से अटकलें नहीं लगाने का आग्रह करूंगा।"
हरभजन ने भारत की ओर से 417 टेस्ट विकेट और 269 वनडे विकेट लिए हैं। उन्हें भारत सरकार अर्जुन अवार्ड और पद्म श्री से भी सम्मानित किया जा चुका है। हरभजन काफी लंबे समय से टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। उन्होंने टीम इंडिया में अपना आखिरी टेस्ट और वनडे मैच साल 2015 में खेला था। हालांकि उसके बाद भज्जी आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में नियमित रुप से खेल रहे हैं।