ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर टीम इंडिया ने अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में 2-1 से ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज जीत कर इतिहास रच डाला। इतना ही नहीं बिना कप्तान विराट कोहली और तमाम सीनियर गेंदबाजों के चोटिल होने के बावजूद रहाणे ने युवा खिलाड़ियों के दमपर ऑस्ट्रेलिया को उसके घर पर हराया। जिसके बाद क्रिकेट जगत में चारों तरफ रहाणे की कप्तानी की चर्चा जोरों शोरों पर होने लगी। इतना ही नहीं कुछ क्रिकेट दिग्गजों तक ने तो रहाणे को टेस्ट बल्कि कोहली को टीम इंडिया का सिर्फ लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट कप्तान तक बनाये जाने की बात कह डाली। इसी कड़ी में टीम इंडिया के भरोसेमंद बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भी रहाणे और उनकी कप्तानी की तारीफ़ की है।
पुजारा ने सीनियर क्रिकेट जर्नलिस्ट जिमी एल्टर और महा भारद्वाज के साथ यूट्यूब चैनल रहाणे की तारीफ करते हुए कहा, "हमें बहुत भरोसा था कि अगर हम दूसरा टेस्ट जीतते हैं, तो उन पर दबाव होगा और ठीक ऐसा ही हुआ। जिंक्स [रहाणे] ने मेलबर्न में एक शानदार पारी खेली और हम उस टेस्ट मैच को जीत गए और एक बार यह सब होने के बाद, ऑस्ट्रेलियाई टीम पर दबाव था क्योंकि हम तीसरा मैच में सिडनी में खेलने वाले थे जहाँ हमारा रिकॉर्ड वास्तव में अच्छा था।"
गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टेस्ट सीरीज की बात करें तो पहले एडिलेड टेस्ट मैच की दूसरी पारी में टीम इंडिया 36 रनों पर ढेर हो गई थी। जिसके बाद टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए घर वापस लौट आए थे। ऐसे में रहाणे ने खराब समय में चुनौतियों को स्वीकारते हुए ना सिर्फ टीम इंडिया को संभाला बल्कि सीरीज में युवा खिलाड़ियों से उनका बेस्ट निकलवा कर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक पलटवार करते हुए सीरीज भी जीती। जिसमें मेलबर्न में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच की शतकीय पारी से माना जाता है कि टीम इंडिया को जीत का मूमेंटम नजर आया।
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ऐसे में मेलबर्न के बाद सिडनी टेस्ट ड्रा रहा। जिसके बारे मरण पुजारा ने आगे कहा, "मुझे आँकड़े नहीं पता हैं लेकिन भारत सिडनी में बहुत सारे मैच नहीं हारा है। हमने सिडनी में वास्तव में अच्छा खेला है इसलिए यह हमारे लिए तीसरा टेस्ट मैच शानदार रहा।”
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पुजारा ने आगे कहा, " सिडनी की पिच शानदार थी लेकिन हमे पहले शानदार बल्लेबाजी और उसके बाद बेहतरीन गेंदबाजी भी करनी थी। हालांकि लड़कों ने शानदार खेल दिखया और हम गाबा गये। ऐसा बनाया गया था कि गाबा में ऑस्ट्रेलिया कभी हारा नहीं है। जिससे उनके उपर थोडा दबाव भी था। मेरे ख्याल से किसी भी खिलाड़ी ने नहीं सोचा था कि क्या होने जा रहा है। हम बस अपने प्रोसेस पर टिके रहे और नतीजा मिल गया।"