भारतीय टेस्ट टीम के अहम सदस्य चेतेश्वर पुजारा अपने धैर्य और अनुशासित बल्लेबाजी के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए लोगों से उसी तरह के धैर्य की अपील की है। टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में पुजारा ने कहा, ''लॉकडाउन के दौरान सबसे जरूरी चीज यह है कि लोग अपने घर में रहे। सभी को कोरोना वायरस जैसे खतरे का अंदाजा होना चाहिए।''
उन्होंने कहा, ''बंद दरवाजे के अंदर रहना निराशाजनक है लेकिन यह एक तरह का जंग है जो हम अभी लड़ रहे हैं। हमें इस मुश्किल समय में धैर्य और अनुशासन का परिचय देना है।''
आपको बता दें कि पुजारा देश के कुछ ऐसे गिने चुने खिलाड़ियों में से एक हैं जिनसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर बातचीत की थी। पुजारा के अलावा पीएम मोदी ने सौरव गांगुली और विराट कोहली जैसे नाम चीन क्रिकेटरों से भी बात की थी।
पुजारा ने कहा, ''कई बार आपको क्रिकेट से दूर होने की जरूरत होती है और संयोगवश यह सीजन में के अंत में ऐसा हुआ। मैं सोचा ही था कि रणजी ट्रॉफी के बाद मैं एक या दो सप्ताह के ब्रेक पर जाउंगा लेकिन लॉकडाउन की वजह यह उससे ज्यादा हो गया है।''
उन्होंने कहा, ''हम नहीं जानते हैं कि फिर से क्रिकेट कब शुरु हो पाएगा। हम अभी मुश्किल परिस्थिति से गुजर रहे हैं लेकिन जब हम लोगों को इस परेशानी से जूझते हुए देखते हैं तो इस हालात में हम क्रिकेट के बारे में बिल्कुल भी नहीं सोच सकते हैं। यह वायरस बहुत ही खतरनाक है जिससे हम सब को एकजुट होकर इसका सामना करना पड़ेगा। यह एक जंग की तरह है और हमें सबसे पहले एक साथ मिलकर इसे ठीक करना होगा।''
कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में खेल आयोजन ठप्प पड़ चुका है। भारत में होने वाला इंडियन प्रीमियर लीग पर भी रद्द होने के संकट मंडरा रहे हैं। हालांकि पुजारा आईपीएल का हिस्सा नहीं हैं। पुजारा ने हाल ही में काउंटी क्रिकेट में नया करार किया था लेकिन इस महामारी के कारण इंग्लैंड में भी सभी तरह के क्रिकेट आयोजनों को फिलहाल टाल दिया गया है जिसके कारण वह भी अभी क्रिकेट से दूर हैं।