कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरी दुनिया में खेल आयोजन ठप्प पड़ चुके हैं। इस महामारी की वजह से इंडियन प्रीमियर लीग पर भी रद्द होने का खतरा मंडरा है। पिछले महीने 29 मार्च से शुरु होने वाले इस टूर्नामेंट को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया गया है लेकिन मौजूदा हालात को देखते हुए ऐसी उम्मीद नहीं की जा रही है कि इसका आयोजन फिलहाल संभव है।
आईपीएल के नहीं होने से कई सारे युवा खिलाड़ियों पर इसका असर पड़ेगा जो इस बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए उत्साहित थे। ऐसा ही एक क्रिकेटर प्रतिभावान पृथ्वी शॉ हैं जो पिछले साल चोट और बैन के कारण अधिकर समय क्रिकेट से दूर ही रहे थे लेकिन बावजूद साल के अंत में उन्होंने धमाकेदार वापसी की और उन्हें साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे टीम में भी शामिल किया गया था लेकिन महामारी के कारण उस सीरीज को रद्द करना पड़ा।
'टाइम्स ऑफ इंडिया' के साथ खास बातचीत में पृथ्वी शॉ ने कहा, ''मुझे लगता है टीम इंडिया में वापसी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था लेकिन कोविड-19 ने सारे मोमेंटम को तोड़ दिया। हालांकि इस परिस्थिति में हमें देश के साथ खड़ा रहना होगा।''
उन्होंने कहा, ''यह समय है कि हम सब घर में रहकर सुरक्षित रहें। मैं उम्मीद करता हूं कि हम कोरोना के खिलाफ डटकर मुकाबला कर रहे हैं और जल्द ही सब कुछ पहले जैसा समान्य हो जाएगा।''
कोरोना के कारण बंद पड़े क्रिकेट आयोजनों को लेकर पृथ्वी ने कहा कि मैं सच में इस खेल को बहुत मिस कर रहा हूं। मैं आईपीएल में खेलने के लिए उत्साहित था लेकिन दुर्भाग्यवश ऐसा नहीं हो पाया।
पृथ्वी ने कहा, ''मैं इसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता हूं। मैं बहुत जादा क्रिकेट को मिस कर रहा हूं लेकिन मौजूदा हालात में ऐसा नहीं संभव नहीं है कि हम क्रिकेट खेल पाए।''
पृथ्वी ने इस इस महामारी के खिलाफ जारी जंग में लोगों की जान बचाने वाले स्वस्थ्यकर्मियों कि सराहना कि और कहा जिस तरह से वे देशवासियों के लिए दिन रात एक कर काम कर रहे हैं उस पर उन्हें गर्व है।