राहुल द्रविड़ का मानना है कि न्यूजीलैंड के हालात ऑस्ट्रेलिया के समान नहीं होंगे लेकिन इसके बावजूद भारत ए टीम में शामिल टेस्ट खिलाड़ियों को काफी अभ्यास का मौका मिलेगा। भारतीय टेस्ट उप कप्तान अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, मुरली विजय, पृथ्वी शॉ, पार्थिव पटेल और हनुमा विहारी न्यूजीलैंड के माउंट मॉनगानुई में 16 नवंबर से खेले जाने वाले पहले अनौपचारिक टेस्ट में ए टीम का हिस्सा हैं। इन सभी छह खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया में छह दिसंबर से शुरू हो रही चार मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय टीम में चुना गया है।
Highlights
- भारतीय टीम को साल के आखिर में ऑस्ट्रेलिया जाना है
- ऑस्ट्रेलिया दौरे से पहले इंडिया ए न्यूजीलैंड में अभ्यास मैच खेलेगी
- इंडिया ए में भारतीय सीनियर टीम के कई खिलाड़ी हैं
द्रविड़ ने बीसीसीआई.टीवी से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि ये कुछ खिलाड़ियों के लिए काफी अच्छा मौका है जिन्हें सीनियर टीम प्रबंधन ने ए दौरे पर शामिल करने का आग्रह किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में हालात भले ही सामान नहीं हों लेकिन इसके बावजूद उन्हें मैच में खेलने का अनुभव मिलेगा। एक टीम का प्रारूप काफी प्रतिस्पर्धी है और मैच में खेलने का अनुभव महत्वपूर्ण है। ये अंतरराष्ट्रीय दौरों से पहला अच्छा मौका है।’’
भारत ए को न्यूजीलैंड में तीन अनौपचारिक टेस्ट और इतने ही वनडे मैच खेलने हैं। भारत ए और अंडर-19 टीम के कोच द्रविड़ का मानना है कि टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों को भी सीनियर खिलाड़ियों की मौजूदगी का फायदा मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘हम आजकल देख रहे हैं कि जितना क्रिकेट खेला जा रहा है उसके कारण अंतरराष्ट्रीय सीरीज से पहले अभ्यास करने का समय नहीं मिलता और अभ्यास मैच भी ज्यादा नहीं होते।’’
इस पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘भारतीय क्रिकेट के नजरिये से इन दौरों के आयोजन से हम खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय सीरीज की तैयारी का बेहतर मौका दे सकते हैं। हमारे साथ सीनियर खिलाड़ियों का होना रोमांचक है। हमारा मकसद उन्हें ऑस्ट्रेलिया के लिए तैयार करना है और साथ ही युवा खिलाड़ियों को उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका देना है।’’ द्रविड़ ने कहा कि न्यूजीलैंड के दौरे के दौरान उनका ध्यान लाल गेंद के क्रिकेट पर रहेगा।