बर्मिघम। एशेज सीरीज का पहला दिन बेशक ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ के बेहतरीन शतक के लिए जाना जाएगा लेकिन इस दिन एक बार फिर खराब अंपायरिंग देखने को मिली जिसके बाद पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा है कि न्यूट्रल (तटस्थ) अंपायर की नियुक्त करने से पहले प्राथमिकता सर्वश्रेष्ठ अंपायर चुनने की होनी चाहिए। पहले दिन स्टुअर्ट ब्रॉड की गेंद पर डेविड वार्नर को एलबीडब्ल्यू आउट दे दिया गया, लेकिन रिप्ले में पता चला कि गेंद स्टम्प से बाहर जा रही थी। अलीम डार और जोएल विल्सन ने कुछ और फैसले ऐसे लिए जिन पर सवाल खड़े हुए हैं।
एमसीसी क्रिकेट समिति का हिस्सा पोंटिंग ने कहा है कि 2012 में जो न्यूट्रल अंपायर नियुक्त करने का नियम आया था, उसमें बदलाव होना चाहिए। उन्होंने साथ ही कहा कि वह इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि यह मुद्दा एमसीसी की अगली बैठक में उठाया जाए।
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू ने पोंटिंग के हवाले से लिखा, "मुझे लगता है कि खेल अब इतना आगे बढ़ गया है कि इसमें न्यूट्रल अंपायर की जगह नहीं है। लोग कह सकते हैं कि तकनीक के आने से यह मायने नहीं रखता। लेकिन जब कई खराब फैसले आते हैं तो यह अच्छा नहीं लगता। डीआरएस को लेकर कई तरह की नकारात्मक बातें चलती रहीं लेकिन हम भाग्यशाली हैं कि यह आया।"
दो बार के विश्व विजेता कप्तान ने कहा, "खिलाड़ियों के बीच में इस तरह की कई बातें हुई हैं। अगर यह मुद्दा अगली एमसीसी की बैठक में नहीं उठा तो मैं इस बात को सुनिश्ति करूंगा कि इस पर चर्चा हो सके। सर्वश्रेष्ठ अंपायर कई बड़े टूर्नामेंट्स से दूर होते दिख रहे हैं।"