दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा का मानना है कि बंद दरवाजों के पीछे मैच खेलने से वास्तव में बहुत अजीब महसूस होगा और अंतरराष्ट्रीय मैचों के दौरान दर्शकों के सपोर्ट को वो काफी मिस करेंगे।
रबाडा ने कहा, "दुनिया को आगे बढ़ने की जरूरत है, लेकिन इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए आप स्टेडियम में किसी भी व्यक्ति को आने की इजाजत नहीं दे सकते हैं। यह वास्तव में अजीब है। फ्रेंचाइजी मैच के दौरान कभी-कभी स्टेडियम खाली होता है, लेकिन एक अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान यह वास्तव में अजीब लगेगा।"
रबाडा इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की फ्रेंचाइजी दिल्ली कैपिटल्स के आधिकारिक हैंडल पर इंस्टाग्राम लाइव चैट कर रहे थे, जिसमें उनसे बंद दरवाजों के पीछे खेलने की संभावनाओं के बारे में पूछा गया।
कोरोनो वायरस महामारी के कारण मार्च के मध्य से ही पूरी दुनिया में क्रिकेट बंद पड़ा है। पिछले कुछ समय से यह कयास लगाये जा रहें है कि कोरोनो के चलते एहतियात के तौर पर बंद दरवाजों के पीछे क्रिकेट खेला जाएगा।
उन्होंने कहा, "आप दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेल रहे होंगे। कोई सपोर्ट नहीं होगा। लेकिन आखिर में मैच खेला जाएगा। कोई भी हावी नहीं होना चाहता। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कौन हैं। मैच होगा और लोग अपने टेलीविज़न स्क्रीन पर क्रिकेट देख पाएंगे।"
गौरतलब है कि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के जुलाई में वापस पटरी पर लौटने की उम्मीद है क्योंकि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच 8 जुलाई से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है। हालांकि इस सीरीज को अभी यूके सरकार से ग्रीन सिग्नल मिलना बाकी है।
इसी लाइव चैट में कगिसो रबाडा ने कहा है कि स्लेजिंग खेल का हिस्सा है और किसी भी तेज गेंदबाज को अच्छा व्यवहार करना पसंद नहीं है। रबाडा 3 महीने से भी ज्यादा समय से क्रिकेट के मैदान से दूर हैं। उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 26 फरवरी को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कैपटाउन में खेला था।