विश्व कप विजेता पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव का मानना है कि देश के क्रिकेटर राष्ट्रीय टीम से अधिक आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) को प्राथमिकता देते हैं तथा मौजूदा टी20 विश्व कप के दौरान की गयी गलतियों से बचने के लिये बेहतर कार्यक्रम तैयार करने की जिम्मेदारी भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की है।
भारत सुपर 12 में पहले दो मैच गंवाने के कारण टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाया। न्यूजीलैंड ने रविवार को अफगानिस्तान को हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया जिससे भारत बाहर हो गया। कपिल ने कहा, “जब खिलाड़ी देश के लिये खेलने से ज्यादा आईपीएल को प्राथमिकता देते हैं, तो हम क्या कह सकते हैं? खिलाड़ियों को अपने देश के लिये खेलने पर गर्व होना चाहिए। मुझे उनकी वित्तीय स्थिति का पता नहीं है इसलिए मैं ज्यादा कुछ नहीं कह सकता।”
आईपीएल का आयोजन टी20 विश्व कप से ठीक पहले किया गया था। कोविड-19 महामारी के कारण बीसीसीआई ने इतना व्यस्त कार्यक्रम तैयार किया। कपिल ने कहा, “मुझे लगता है कि पहले राष्ट्रीय टीम और फिर फ्रेंचाइजी होनी चाहिए। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि वहां (आईपीएल) क्रिकेट न खेलें, लेकिन बेहतर योजना तैयार करने की जिम्मेदारी अब बीसीसीआई पर है।”
उन्होंने कहा, “इस टूर्नामेंट में हमने जो गलतियां की हैं, उन्हें नहीं दोहराना हमारे लिये सबसे बड़ी सीख होगी।” कपिल ने इसके साथ ही कहा कि आईपीएल के दूसरे चरण और टी20 विश्व कप के बीच में अंतर होना चाहिए था। उन्होंने कहा, “यह भविष्य पर गौर करने का समय है। आपको तुरंत योजना तैयार करनी शुरू कर देनी चाहिए। ऐसा नहीं है कि विश्व कप खत्म हो गया है तो भारतीय टीम का पूरा क्रिकेट भी खत्म हो गया है। जाओ और योजना तैयार करो।”
कपिल ने कहा, “मेरा मानना है कि आईपीएल और विश्व कप के बीच कुछ समय का अंतर होना चाहिए था। आज हमारे खिलाड़ियों को पर्याप्त मौके मिल रहे हैं लेकिन वे उसका फायदा नहीं उठा पाये।”
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यह 2012 के बाद पहला अवसर है जबकि भारत किसी आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में जगह नहीं बना पाया और कपिल ने कहा कि प्रत्येक को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। कपिल ने कहा, “उन्होंने (शीर्ष खिलाड़ियों) अपने करियर में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन अगर आप अच्छा प्रदर्शन नहीं करते हैं, तो आपको आलोचना का सामना करना पड़ेगा। रवि शास्त्री, विराट कोहली का रिकॉर्ड अच्छा है, लेकिन अगर आप आईसीसी प्रतियोगिता नहीं जीत पाते हैं तो इससे उन्हें और पीड़ा होगी।”