नई दिल्ली। भारत की पुरुष और महिला दोनों क्रिकेट टीमों के खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ के परिवार के सदस्यों को उनके साथ इस महीने होने वाले इंग्लैंड के लंबे दौरे पर जाने की स्वीकृति दी गई है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने मंगलवार को यह खुलासा किया। बीसीसीआई ने आग्रह किया था कि खिलाड़ियों को अपने करीबियों को साथ लाने की स्वीकृति दी जाए क्योंकि कोविड-19 महामारी के कारण उन्हें जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में काफी लंबा समय बिताना होगा। हालांकि पता चला है कि अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह सहित कोई भी बीसीसीआई पदाधिकारी इंग्लैंड में कड़े पृथकवास नियमों के कारण न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 से 22 जून साउथम्पटन में होने वाले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) फाइनल के दौरान मौजूद नहीं रहेगा।
सूत्र ने कहा, ‘‘हां, यह अच्छी खबर है कि खिलाड़ियों के साथ उनका परिवार ब्रिटेन दौर पर जा पाएगा। महिला टीम के साथ भी ऐसा है जो अपने परिवार के सदस्यों को साथ ले जा पाएंगी। यह ऐसा समय है जब खिलाड़ियों की मानसिक बेहतरी सबसे अधिक महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई समझता है कि उन्हें अपने खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ को मानसिक रूप से अच्छी स्थिति में रखने की जरूरत है।’’
सूत्र ने बताया कि गांगुली और शाह की फिलहाल डब्ल्यूटीसी फाइनल के लिए जाने की योजना नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक मुझे पता है ईसीबी (इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड) ने उन्हें (गांगुली और शाह) स्वीकृति नहीं दी है। सामान्यत: प्रशासक टेस्ट मैच से पहले पहुंचेते हैं लेकिन वे खिलाड़ी नहीं हैं इसलिए पृथकवास के नियमों के तहत उन्हें 10 दिन कड़े पृथकवास से गुजरना होगा।’’
सूत्र ने कहा, ‘‘टीम से जुड़े नियम अध्यक्ष और सचिव पर लागू नहीं होते।’’ भारतीय पुरुष और महिला टीमें लंदन होते हुए साउथम्पटन के लिए रवाना होंगी। महिला टीम को ब्रिस्टल में 16 से 19 जून तक एकमात्र टेस्ट खेलना है। महिला और पुरुष टीम साउथम्पटन के होटल हिल्टन में कड़े पृथकवास से गुजरेंगी। साउथम्पटन में पृथकवास पूरा होने के बाद महिला टीम के ब्रिस्टल जाने का कार्यक्रम है। भारत की दोनों टीमों ने भारत में 14 दिन का पृथकवास (होटल और घर में मिलाकर) पूरा किया है और इस दौरान छह बार उनके आरटी-पीसीआर परीक्षण का नतीजा नेगेटिव आया जिसके बाद उन्हें बुधवार को चार्टर्ड विमान से लंदन जाने की स्वीकृति दी गई।
ब्रिटेन में टीमों को तीन दिन के कड़े पृथकवास (अपने कमरों में) के बाद जिम और नेट पर ट्रेनिंग की स्वीकृति होगी। लय में आने के लिए 24 सदस्यीय भारतीय टीम अपने खिलाड़ियों को दो टीमों में बांटकर तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेल सकती है।