नई दिल्ली। भारत के पेशेवर क्रिकेटर आधिकारिक रूप से बीसीसीआई की निर्णय लेने की नीतियों का हिस्सा बनेंगे क्योंकि बहुप्रतीक्षित खिलाड़ी संघ अगले दो हफ्ते में आधिकारिक रूप से पंजीकृत हो जाएगा। हालांकि अभी शायद यह संघ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी संघ फिका का हिस्सा नहीं हो। पंजीकरण के लिए भारतीय क्रिकेटर्स संघ (आईसीए) नाम भेजा गया है और बीसीसीआई को यह देखना होगा कि यह नाम पहले से ही पंजीकृत है या नहीं।
प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय ने बुधवार को पीटीआई से कहा, ‘‘हां, भारतीय क्रिकेटर्स संघ (आईसीए) को पंजीकरण के लिए भेजा गया है लेकिन पहले यह देखने की जरूरत है कि यह नाम पहले से ही पंजीकृत है या नहीं। आईसीए या किसी अन्य नाम के पंजीकृत होने के बाद केंद्रीय संघ शीर्ष परिषद में अपने नामितों (पुरुष और महिला) पर फैसला करेगी।’’ राय ने बताया कि केंद्रीय संघ की तरह राज्य संघ भी होंगे।
उन्होंने कहा, ‘‘बीसीसीआई की शीर्ष परिषद की तरह राज्य संघ राज्य शीर्ष परिषद में अपने प्रतिनिधियों पर फैसला करेंगे। संघ में गठन में काफी प्रयास करने के लिए हम कपिल देव, भरत रेड्डी, अंशुमन गायकवाड़ और भारतीय महिला टीम की पूर्व कप्तान शांता रंगास्वामी के आभारी हैं।’’ आईसीए हालांकि आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका या इंग्लैंड के खिलाड़ी संघों की तरह फिका का हिस्सा नहीं होगा।
राय ने कहा, ‘‘नहीं, फिलहाल बीसीसीआई के संविधान में ऐसा कोई नियम नहीं है कि आईसीए फिका का हिस्सा हो सकता है।’’ आईसीए की कार्यशैली बीसीसीआई से स्वतंत्र होगी और संघ को अपने लिए कोष का इंतजाम स्वयं करना होगा। बीसीसीआई हालांकि शुरुआत में कुछ अनुदान देगा।