इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दो मैच खेत्म हो गए हैं। दोनों टीमें एक-एक मैच जीतकर सीरीज में बराबरी पर चल रही है। ऐसे में तीसरा टेस्ट सीरीज का निर्णायक मैच होगा। इस सीरीज के तुरंत बाद इंग्लैंड की टीम पाकिस्तान की मेजबनी करेगी। ये सीरीज पाकिस्तान टीम के लिए कड़ी परीक्षा होगी और टीम के गेंदबाजी कोच वकार यूनिस ने इंग्लैंड के खिलाफ अपने प्लान का अभी से ही खुलासा कर दिया है।
वकार युनुस ने कहा है कि इंग्लैंड में पिचों की प्रकृति बदल गयी है और ऐसे में अगले महीने होने वाली टेस्ट सीरीज के दौरान उनके पास दो स्पिनरों के साथ खेलने का विकल्प रहेगा।
युनुस ने कहा कि इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच चल रही वर्तमान सीरीज में दिखा कि साउथम्पटन और मैनचेस्टर की पिचें अब धीमी हो गयी हैं। इस पूर्व कप्तान ने मीडिया के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा, ‘‘हमें यह देखना होगा कि वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच मैनचेस्टर में तीसरे टेस्ट मैच में पिच कैसा खेलती है लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि इंग्लैंड में पिचों का व्यवहार बदल गया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी यह कहना जल्दी होगा कि कौन खेलेगा लेकिन वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैचों में हमें कुछ जानकारी मिली है। हम उन खिलाड़ियों को तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं जो इस तरह की पिचों पर प्रभावी हो सकते है। हम मौसम और अगस्त में यहां की गर्मी को ध्यान में रखकर हर विकल्प पर विचार कर रहे हैं और हम यहां तक कि दो स्पिनरों के साथ खेलने पर भी विचार कर सकते हैं।’’
युनुस ने कहा कि टीम प्रबंधन इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीसरे टेस्ट मैच पर भी करीबी नजर रखेगा। पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच पहला टेस्ट मैच पांच अगस्त से मैनचेस्टर में खेला जाएगा। यूनिस ने कहा कि उन्हें हैरानी हुई कि गेंद को चमकाने के लिये लार का उपयोग नहीं करने के बावजूद तेज गेंदबाजों को खास परेशानी नहीं हो रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लार का उपयोग नहीं करने पर गेंदबाजों को लेकर संदेह था क्योंकि उन्हें इसकी आदत होती है और मैं स्वयं तेज गेंदबाज रहा हूं। लेकिन मुझे लगता है कि अभी तक सब कुछ अच्छा चल रहा है। क्रिकेट गेंद में अंतर भी मायने रखता है।’’
युनुस ने कहा, ‘‘ड्यूक गेंद कड़ी होती है और उसे पसीने से भी चमकाया जा सकता है तथा वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट मैचों में पिचें धीमी थी लेकिन गेंद सीम ले रही थी और मूव कर रही थी। अभी तक किसी गेंदबाज ने कोई शिकायत नहीं की है। यह व्यावहारिक है। ऐसे में भी काम चल सकता है।’’