भारतीय महिला क्रिकेट टीम का ऑस्ट्रेलिया दौरे का आगाज 19 सितंबर को खेले जाने वाले पहले वनडे मैच से होगा। इस टूर पर भारतीय टीम तीन मैच की वनडे और टी20 सीरीज के अलावा एक टेस्ट मैच भी खेलेगी, यह टेस्ट मैच पिंक बॉल से खेला जाएगा और भारतीय महिला टीम के इतिहास का यह पहला पिंक बॉल टेस्ट होगा। इस दौरे पर जाने से पहले कप्तान मिताली राज ने कहा कि टीम ने अभ्यास शिविर के दौरान टीम ने सभी पहलुओं पर काम किया है।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले आयोजित इस संवाददाता सम्मेलन में कप्तान मिताली राज ने कहा, ‘‘हम उन क्षेत्रों को जानते हैं जिनमें हमें सुधार करने की आवश्यकता है और हमने बेंगलुरु में अभ्यास शिविर के दौरान ऐसी सभी पहलुओं पर काम किया है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ ऑस्ट्रेलिया में जो भी परिणाम हों, हमारे पास विश्व कप के लिए अभी भी कुछ महीने हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरा हमारे लिए अच्छा है क्योंकि हम सर्वश्रेष्ठ टीम के खिलाफ खेल रहे हैं, हमें विश्व कप से पहले टीम संयोजन के बारे में भी अंदाजा हो जाएगा। इसलिए विश्व कप से पहले ऑस्ट्रेलिया एक अच्छा दौरा साबित होगा।’’
मिताली ने माना कि गुलाबी गेंद (दिन रात्रि) का टेस्ट खिलाड़ियों के लिए चुनौती भरा होने वाला है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह बड़ा मैच होने जा रहा है क्योंकि यहां (संवाददाता सम्मेलन में) भी ज्यादातर सवाल वनडे क्रिकेट के बजाय गुलाबी गेंद से जुड़े हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ चुनौती दूधिया रोशनी में खेलने की होगी। और गुलाबी गेंद से खेलना भी क्योंकि हम सभी लाल गेंद से खेलने के अभ्यस्त हैं। हमें पुरुष खिलाड़ियों से इस बारे में प्रतिक्रिया मिली है।’’ टेस्ट मैच का आयोजन पर्थ में 30 सितंबर से होगा। इसके बाद नॉर्थ सिडनी ओवल में सात, नौ और 11 अक्टूबर को तीन टी20 मैचों की अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला का आयोजन होगा।
ऑस्ट्रेलिया का दौरा वनडे सीरीज के साथ शुरू होगा। इसका पहला मैच 19 सितंबर को नॉर्थ सिडनी ओवल में खेला जाएगा। इसके बाद 22 और 24 सितंबर को क्रमश: जंक्शन ओवल में दूसरा और तीसरा मैच होगा। महिलाओं के 50 ओवर प्रारूप का विश्व कप अगले साल मार्च-अप्रैल में न्यूजीलैंड में होना प्रस्तावित है।