भारत के पहले डे-नाईट टेस्ट मैच का ऐलान हो गया है। बांग्लादेश के खिलाफ कोलकाता के ऐतिहासिक ईडन गार्डन के मैदान पर भारत 22 से 26 नवंबर को अपना पहला डे-नाईट टेस्ट मैच खेलेगा। इस मैच के लिए हर एक क्रिकेट फैन उत्हासित।
इस मैच का ऐलान होते ही क्रिकेट के गलियारों में ऐसी खबरें आने लगी कि भारत को इस टेस्ट मैच में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। भारत इससे पहले अभी तक रेड बॉल क्रिकेट ही खेलता आया है और अचानक इस तरह पिंक बॉल से रात में खेलने में उन्हें दिक्कत आएगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि बांग्लादेश के खिलाफ जिस भारतीय टीम का ऐलान हुआ है उसमें से 10 खिलाड़ी पहले ही पिक बॉल क्रिकेट से मैच खेल चुके हैं?
जी हैं, भारत में 2016/17 में दिलीप ट्रॉफी पिक बॉल क्रिकेट से ही खेली गई थी जिसमें मयंक अग्रवाल, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, रविंद्र जडेजा और कुलदीप यादव खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था वहीं 2017/18 में ऋषभ पंत, हनुमा विहारी और ईशांत शर्मा भी पिंक बॉल से खेल चुके हैं। इनके अलावा ऋद्धिमान साहा और मोहम्मद शमी 2016 में सीएबी सुपर लीग के फाइनल में मोहन बागान की टीम से ईडन गार्डन्स में खेले थे।
आइए जानते हैं, पिंक बॉल से खेलते हुए खिलाड़ियों का परफॉर्मेंस कैसा था-
मयंक अग्रवाल
साउथ अफ्रीका के खिलाफ अपनी दमदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन करने वाले मयंक अग्रवाल ने उस दिलिप ट्रॉफी में दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। मयंक ने तब 3 मैचों में 84 की बेमिसाल औसत से 420 रन ठोंके थे। इस दौरान उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 161 का रहा था।
चेतेश्वर पुजारा
भारत की दूसरी दिवार कहे जाने वाले पुजारा इस सीरीज के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी रहे थे। इंडिया ब्लू से खेलते हुए पुजारा ने मात्र दो ही मैचों में 226.50 की औसत से 453 रन बनाए थे। पुजारा का इस दौरान सर्वश्रेष्ठ स्कोर नाबाद 256 रन का रहा था।
रोहित शर्मा
इंडिया ब्लू के लिए रोहित शर्मा ने इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच ही खेला था जिसे उनकी टीम ने 355 रन से जीता था। रोहित ने इस मैच की दोनो पारियो में क्रमश: 30 और 32* रन बनाए थे।
कुलदीप यादव
इस टूर्नामेंट में इंडिया रेड की तरफ से खेलने वाले कुलदीप यादव की टीम भले ही फाइनल में हार गई हो, लेकिन उनकी परफॉर्मेंस दमदार रही थी। कुलदीप ने इस टूर्नामेंट में खेले 3 मैचों में 17 विकेट झटके। कुलदीप का इनिंग का सर्वश्रेष्ठ 6/88 का था जबकि मैच का 9/120 का था।
रविंद्र जडेजा
रोहित शर्मा की तरह जडेजा ने भी इस टूर्नामेंट का फाइनल मैच ही खेला था। जडेजा ने फाइनल मैच की दोनों पारियों में 5-5 विकेट झटके थे। पहली पारी में उन्होंने 95 रन देकर 5 विकेट लिए थे जबकि दूसरी पारी में उन्होंने 76 रन देकर 5 विकेट अपने नाम किए थे।
ऋषभ पंत
पंत ने 2017 के दिलीप ट्रॉफी इंडिया रेड की तरफ से खेली थी। इस टूर्नामेंट में खेले उन्होंने दो मैचों में 72 ही रन बनाए थे, जबकि फाइनल मैच में वो टीम का हिस्सा नहीं थे।
हनुमा विहारी
2017 दिलीप ट्रॉफी में हनुमा विहारी को इंडिया ब्लू की ओर से एक ही मैच खेलने का मौका मिला जिसकी पहली पराी में उन्होंने 15 चौकों की मदद से 105 रन बनाए थे। ये मैच ड्रॉ रहा था और हनुमा विहारी की टीम ने दूसरी बार बल्लेबाजी नहीं की थी।
ईशांत शर्मा
इसी टूर्नामेंट में ईशांत शर्मा ने इंडिया ब्लू की और से खेले दो मैचों में एक ही विकेट लिया था। ईशांत पिंक-बॉल क्रिकेट से अपनी धाक छोड़ने में असफल रहे थे।
मोहम्मद शमी
शमी ने दिलीप ट्रॉफी में तो किसी टीम का हिस्सा नहीं थे, लेकिन उन्होंने 2016 में सीएबी सुपर लीग के फाइनल में मोहन बागान की टीम से खेलते हुए कुल 7 विकेट लिए थे। इसमें पहली इनिंग में उन्होंने 5 विकेट हॉल भी लिया था। वहीं बात बल्लेबाजी की करें तो पहले इनिंग में उन्होंने 4 चौकों और एक छक्के की मदद से 36 गेंदों पर 36 रन बनाए थे, वहीं दूसरी पारी में उन्होंने 16 गेंदों पर 3 चौकों और 2 छक्कों की मदद से 27 रन ही जड़े थे।
ऋद्धिमान साहा
इसी लीग में शमी की टीम में भारतीय विकेट कीपर ऋद्धिमान साहा भी खेले थे। साहा उस मैच में ज्यादा खास कमाल नहीं दिखा पाए थे उस दौरान उन्होंने 33 और 0 रन बनाए थे।