नई दिल्ली| इस समय जहां पूरा विश्व कोरोनावायरस से परेशान है, वहीं क्रिकेट की दुनिया में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के दिमाग में साथ ही यह बात भी है कि क्या अब्राहम डिविलियर्स संन्यास खत्म करते हुए इसी साल होने वाले टी-20 विश्व कप में खेलते दिखाई देंगे। डिविलियर्स इसे लेकर इंतजार करो और देखो की नीति अपना रहे हैं।
डिविलियर्स ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि वह चीजों को आराम से ले रहे हैं और इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में खेलने के बाद स्थिति को परखेंगे। उन्होंने कहा, "देखते हैं कि क्या होता है। इस समय मेरा ध्यान इंडियन प्रीमियर लीग में खेलने और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की मदद करने पर है। इसके बाद हम बैठेंगे और बाकी के बचे साल के बारे में बात करेंगे। देखते हैं कि क्या होता है।"
आईपीएल के 13वें सीजन का भविष्य हालांकि अभी अधर में लटका है। फ्रेंचाइजियां और बीसीसीआई लीग के आयोजन के लिए पूरी शिद्दत से काम कर रहीं हैं, लेकिन फैसला पूरी तरह से भारतीय सरकार और स्वास्थ विभाग के जिम्मे है।
डिविलियर्स ने 2018 आईपीएल के बाद ही अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने उस समय कहा था कि वह तब संन्यास लेना चाहते हैं, जब वह अच्छी खासी क्रिकेट खेल रहे हों। उस समय वो व्यस्त कार्यक्रम से काफी थकावट महसूस कर रहे थे। यह इस तरह की बात है जिसे लेकर विराट कोहली भी हालिया दौर में मुखर रूप से बोलते रहे हैं।
दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी का मानना है कि काम के बोझ का फैसला खिलाड़ी का निजी फैसला है लेकिन साथ ही वह मानते हैं कि शीर्ष खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक तौर पर ज्यादा थकावट होती है, जिसका एक कारण नॉन क्रिकेट गतिविधियां होती हैं।
उन्होंने कहा, "हर खिलाड़ी को अपनी स्थिति देखनी चाहिए और अपने फैसले लेने चाहिए। मैं जीवन में उस स्थिति में पहुंच गया था जब मैं अपनी पत्नी और दोनों बेटों को ज्यादा देखना चाहता था और परिवार तथा क्रिकेट में एक सामंजस्य बैठाना चाहता था। इस समय शीर्ष खिलाड़ियों से ज्यादा उम्मीद की जाती है, लेकिन हर खिलाड़ी को फैसला लेना चाहिए की वो क्या कर सकता है और क्या नहीं।"
डिविलियर्स ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट तो छोड़ दी थी, लेकिन वह कई देशों में खेली जाने वाली टी-20 लीगों में खेल रहे थे। इस दौरान 36 साल का होने के बाद भी उन्होंने जो फिटनेस दिखाई है उसे देखकर युवा भी शर्मा जाएं। डिविलियर्स के लिए यह सिर्फ अनुशासन की बात है। उन्होंने कहा, "अनुशासन कुंजी है। सही खाना खाना और एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। यह आदत बन जाती है। यह बिल्कुल भी मुश्किल नहीं है।"