भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे तीन मैचों की वनडे सीरीज के दूसरे मैच में पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी की बिजली की रफ्तार एक बार फिर से देखने को मिली। दरअसल ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरॉन फिंच ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। जिसके बाद बल्लेबाजी के लिए उतरी ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत खराब रही और दोनों ओपनर पावर प्ले में ही चलते बने। उसके बाद उस्मान ख्वाजा ने शॉन मार्श के बाद थोड़ा संभलकर खेला और तेजी से रन बनाए। लेकिन ख्वाजा के रन आउट होने के बाद बल्लेबाजी के लिए आए पीटर हैंड्सकॉम्ब शॉन मार्श के साथ तेजी से पारी को आगे बढ़ा रहे थे। भारत को यहां पर विकेट की सख्त जरूरत थी।
तभी एमएस धोनी ने वो कर दिखाया जिसकी पूरी टीम को जरूरत थी। दरअसल 28वें ओवर की दूसरी गेंद पर पीटर हैंड्सकॉम्ब स्वाइप करना चाहते थे। लेकिन गेंद उनसे मिस हो गई। हालांकि इस दौरान पीटर हैंड्सकॉम्ब का पैर क्रीज पर ही था लेकिन धोनी ने थोड़ा इंतजार किया और जैसे ही उन्होंने अपना पैर क्रीज से थोड़ा बाहर किया धोनी ने स्टंप उखाड़ दिए। ये सब मात्र कुछ सेकेंड में हुआ। पीटर हैंड्सकॉम्ब 22 गेंदों में 20 रन बनाकर चलते बने। धोनी की बिजली की रफ्तार में स्टंपिंग देखकर खुद हैंड्सकॉम्ब बिना अंपायर का इशारा देखे चलते बने।
धोनी की ये ऑस्ट्रेलिया खिलाफ 16वीं स्टंपिंग थी। वनडे में एमएस धोनी ने सबसे ज्यादा बार स्टंपिंग श्रीलंका (24 बार) के खिलाफ की है। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ वे 16-16 बार स्टंपिंग कर चुके हैं। वहीं धोनी ने जडेजा की गेंद पर 18वीं बार स्टंपिंग की है। हालांकि सबसे ज्यादा बार उन्होंने हरभजन सिंह की गेंद पर स्टंपिंग की है। भज्जी की ओवरों में उन्होंने 19 बार स्टंपिंग की है।
बता दें कि तीन मैचों की वनडे सीरीज में आस्ट्रेलिया ने 1-0 की बढ़त ले ली। उसने सिडनी में खेले गए पहले वनडे मैच में भारत को 34 रनों से मात दी थी। भारतीय टीम इस मैच में एक बदलाव के साथ उतरी है। बाएं हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद के स्थान पर कोहली ने मोहम्मद सिराज को पदार्पण करने का मौका दिया है।